रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बुधवार को हरमू सरना स्थल की चहारदीवारी का शिलान्यास किया़ इस मौके पर उन्होंने कहा कि सरकार राज्य की पुरानी परंपराओं को बचाने का प्रयास कर रही है़. इस सरना स्थल पर यहां के आदिवासियों ने वर्षो से अपनी आस्था को स्थापित किया है़. अपने पर्व-त्योहार मनाये हैं. उन्होंने कहा कि वो स्वयं यहां कई बार आये हैं. मुख्यमंत्री ने इसे राज्य का ऐतिहासिक स्थल बनाने की घोषणा की.
मुख्यमंत्री सोरेन ने कहा कि आदिवासी प्रकृति के सबसे करीब रहनेवाले लोग हैं़ यही उनके भगवान हैं, इसी पर उनकी आस्था है और इसी से वे अपना जीवन यापन करते हैं़ उन्होंने कहा कि इस भौतिकवादी युग में उनकी आस्था के केंद्र को कोई नुकसान नहीं पहुंचना चाहिए़ इससे पूर्व मौजा के पाहन, डोमन पाहन ने धरती मां को तीन बूंद जल अर्पण कर कार्यक्रम की शुरुआत की़ कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के अलावा कल्याण मंत्री चंपई सोरेन व हटिया के विधायक नवीन जायसवाल भी उपस्थित थे.इस चहारदीवारी का निर्माण कल्याण विभाग द्वारा 24 लाख 52 हजार रुपये की लागत से कराया जा रहा है़ हरमू देशवाली, देवस्थान, अखड़ा और मसना स्थल तीन एकड़ क्षेत्र में फैला है़ हरमू सरना समिति के सचिव रवि तिग्गा ने कहा कि चहारदीवारी निर्माण का कार्य करमा पर्व से पूर्व कराने का प्रयास किया जायेगा.
कार्यक्रम में उपायुक्त विनय चौबे, एसएसपी प्रभात कुमार, झामुमो के महासचिव विनोद पांडेय, सामाजिक कार्यकर्ता संदीप वर्मा, पार्षद प्रदीप कुमार, शिबू तिग्गा, दशरथ वैध, बाहा गाड़ी व अन्य उपस्थित थ़े आयोजन में हरमू सरना समिति के अध्यक्ष अनिल तिग्गा, मोनू उरांव, प्रभु खलखो, गायत्री टोप्पो, अमिता उरांव व अन्य ने सक्रिय भूमिका निभायी़.