संगठन में दिनेश गोप के बाद दूसरे नंबर पर था, दो लाख का इनामी था
रांची/हटिया : रांची पुलिस की टीम ने दो लाख रुपये के इनामी हार्डकोर उग्रवादी जेठा कच्छप को गिरफ्तार कर लिया है. जेठा उग्रवादी संगठन पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएलएफआइ) का जोनल कमांडर है. उसकी गिरफ्तारी तुपुदाना थाना क्षेत्र के चोटंगा के पास सोमवार तड़के तीन बजे हुई.
पुलिस ने उसके पास से एके-47, .09 एमएम की गोलियां, पिट्ठ और एके-47 की 100 गोलियां जब्त की हैं. पुलिस ने जेठा के साथ उसके भाई पौलूस कच्छप और एक अन्य सहयोगी को भी पकड़ा है.
पुलिस को मिली थी सूचना : पुलिस को सूचना मिली थी कि जेठा कच्छप अपने सहयोगियों के साथ तुपुदान थाना क्षेत्र के चोटंगा स्थित ईंट-भट्ठा में रुका हुआ है. सूचना मिलने के बाद ग्रामीण एसपी सुरेंद्र कुमार झा, एएसपी ऑपरेशन हर्षपाल सिंह और तुपुदाना ओपी के प्रभारी मनोज कुमार पुलिस बल के साथ चोटंगा पहुंचे. पुलिस को देखते ही जेठा कच्छप और उसके सहयोगियों ने फायरिंग शुरू कर दी.
पुलिस की ओर से भी जवाबी फायरिंग की गयी. पुलिस को भारी पड़ता देख उग्रवादी भागने लगे. पर पुलिस ने जेठा कच्छप, उसके भाई पौलूस कच्छप और एक अन्य सहयोगी को गिरफ्तार कर लिया.
तुपुदाना थाना क्षेत्र के चोटंगा स्थित ईंट-भट्ठा में रुका था
भाई पौलूस कच्छप व एक अन्य सहयोगी भी गिरफ्तार
क्या-क्या मिला जेठा के पास से
एक एके-47, .09 एमएम की गोलियां, पिट्ठ और एके-47 की 100 गोलियां
15 से अधिक लोगों की हत्या कर चुका है जेठा
जेठा कच्छप कर्रा और खूंटी इलाके में आतंक का पर्याय बन गया था. वह 2010 में उग्रवादी संगठन पीएलएफआइ से जुड़ा था. इसके बाद उसने कर्रा व खूंटी इलाके में कई बड़ी घटनाओं को अंजाम दिया. खूंटी, कर्रा व तोरपा थाने में उसके खिलाफ 39 मामले दर्ज हैं. 28 मामले सिर्फ कर्रा थाने में दर्ज हैं, इनमें 15 हत्या के हैं.
ऑपरेशन कारो के बाद आया था तुपुदाना
खूंटी में पुलिस का ऑपरेशन कारो शुरू होने के बाद पीएलएफआइ के उग्रवादियों ने जिला छोड़ दिया था. जेठा कच्छप तुपुदाना क्षेत्र में आ गया था. दो सप्ताह पहले पुलिस ने जेठा के चार सहयोगियों को गिरफ्तार किया था. उसके तुपुदाना क्षेत्र में आने के बाद इस इलाके में पीएलएफआइ की सक्रियता बढ़ गयी थी. व्यवसायियों को लगातार धमकी दी जा रही थी.