रांची: मॉनसून सत्र में सदन का नजारा बदला-बदला होगा. झाविमो के चार विधायकों ने पाला बदल लिया है. फूलचंद मंडल ने भी भाजपा में जाने की बात कही है. झाविमो के सभी विधायक सदन में पहुंचे, तो पक्ष-विपक्ष के लिए मुद्दा बनेगा. यह मामला सदन में गरमा सकता है. सदन के अंदर इन विधायकों के बैठने की व्यवस्था पर भी विवाद हो सकता है. हालांकि स्पीकर शशांक शेखर भोक्ता ने कहा है कि विधायकों के दूसरे पार्टी जाने की किसी ने सूचना नहीं दी है. मैंने ना तो कुछ देखा है, ना तो ही सुना है. मेरे पास कोई मामला नहीं आया है. किसी ने मुङो कोई सूचना नहीं दी है.
इधर सदन में चान्हो और विधि-व्यवस्था का मामला गरमा सकता है. चान्हो घटना पर सरकार घिर सकती है. झाविमो राज्य के विधि-व्यवस्था का मामला उठाने की तैयारी की है. स्थानीयता और शिक्षक बहाली को लेकर भी विपक्ष सरकार पर हमला कर सकता है. इसके साथ ही राज्य में राशन कार्ड बनाने को लेकर सरकार को जवाब देना होगा.
उठ सकते हैं ये मुद्दे
शिक्षक नियुक्ति में हो रही है देरी
राज्य में नियुक्तियों का मामला
स्थानीयता की नीति नहीं बना सकी सरकार
ट्रांसफर-पोस्टिंग का मामला
राज्य में कोयला चोरी का मामला
बीपीएल की सूची में गड़बड़ी, आर्थिक रूप से पिछड़ों को नहीं मिला योजनाओं का लाभ
किसने क्या कहा
सरकार मौज-मस्ती में लगी है. किसी भी मोरचे पर सरकार सफल नहीं रही. राज्य में विकास कार्य ठप है. हम सरकार से विकास योजना में खर्च का हिसाब मांगेंगे. यह सरकार जनता के काम के सदन के अंदर जनता के सवालों का जवाब सरकार को देना होगा. सरकार के पास विकास का कोई विजन नहीं है.
रघुवर दास, भाजपा विधायक
पिछले सत्र में ही सरकार ने जो आश्वासन दिया, वह जमीन पर नहीं उतरी. इस सरकार से किसी नयी योजना या नयी घोषणाओं की उम्मीद नहीं की जा सकती है. स्थानीयता का मुद्दा हल करने की बात कही गयी थी, शिक्षक नियुक्ति का भरोसा दिलाया था. सरकार ने कहा था कि आर्थिक आधार पर इंदिरा आवास दिये जायेंगे. उस दिशा में भी कोई काम नहीं हुआ.
विनोद सिंह, माले विधायक
पार्टी लॉ एंड ऑर्डर को मुद्दा बनायेगी. इस मोरचे पर सरकार विफल रही है. पिछले दिनों सरकार ने सदन में कहा था कि बालू घाट पंचायतों को दिया जायेगा, लेकिन बालू घाट कंपनियों को बेच दिया गया. इस मामले में बड़ा खेल हुआ है. सरकार शिक्षकों की नियुक्ति में फेल हो गयी. राज्य में विकास कार्य प्रभावित है.
प्रदीप यादव, झाविमो विधायक दल