रांची: भविष्य निधि (पीएफ) के लिए अब एक ही खाते की सेवा यूनिवर्सल खाता संख्या (यूएएन) की शुरुआत कर दी गयी है. अब लोग संस्थान बदलते हैं, तब भी उनका पीएफ खाता नहीं बदलेगा.
यह जानकारी कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त (झारखंड) समरेंद्र कुमार ने दी. उन्होंने बताया कि पहले संस्थान बदलने पर पुराने खाते से नये खाते में राशि व नौकरी की अवधि को ट्रांसफर करना होता था. इसमें लोगों को परेशानी होती थी. अब नौकरी बदलने पर भी यूएएन वही रहेगा. इसी नंबर को नयी कंपनी या संस्थान को बताना होगा. लोगों को इसका लाभ उठाने के लिए केवाइसी (अपने ग्राहक को जानिये) कराना होगा. यह सुविधा ऑनलाइन ही दी गयी है.
पीएफ सदस्यों के जरूरी कागजात को स्कैन कर ऑनलाइन अपलोड करना होगा. इसमें आधार कार्ड, बैंक खाता, पैन आदि चाहिए. इसे भरने के बाद सदस्यों को अपने नियोक्ता (कंपनी या संस्थान) को इसकी जानकारी देनी होगी. उनके द्वारा सत्यापन करने के बाद ही यह सुविधा मिल पायेगी. सदस्य यूएएन नंबर की जानकारी नियोक्ता से मिलेगी.
सभी ट्रांसफर क्लेम ऑनलाइन सेटल होंगे : श्री कुमार ने बताया कि लोगों की सुविधा के लिए पीएफ ट्रांसफर के सारे क्लेम ऑनलाइन किये जा सकेंगे. इसके लिए सदस्यों को भविष्य निधि पोर्टल http://www.epfindia.com पर जाना होगा. इसमें ओटीसीपी में जाकर लॉग इन करना होगा. इसमें नये व पुराने खाते के बारे में जानकारी देनी होगी. इसके बाद ऑनलाइन ही खाते एक कर दिये जायेंगे. इसमें वर्तमान खाता संख्या में ही यूएएन जारी होगा. उन्होंने बताया कि भविष्य निधि कार्यालय के कंप्यूटराइजेशन का काम लगभग पूरा हो गया है. अब खाता धारक सदस्य खुद ही अपने खाते की ऑनलाइन जानकारी ले सकता है. पासबुक भी निकाल सकते हैं. कार्यक्रम में क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त क्षेत्र-2(वित्त व लेखा) एसके झा व क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त (अनुपालन व रिकवरी) सौरभ सुमन प्रसाद भी उपस्थित थे.