देवघर के पालोजोरी में ऊर्जा मंत्री की घोषणा
पालोजोरी : बिजली विभाग की लचर व्यवस्था में सुधार लाने व बेहतर सेवा उपलब्ध कराने के लिए 11 हजार कर्मचारियों की बहाली की जायेगी. इसके लिए प्रदेश सरकार ने तैयारी पूरी कर ली है़ जल्द ही बहाली प्रक्रिया शुरू की जायेगी. यह घोषणा राज्य के ऊर्जा मंत्री राजेंद्र सिंह ने शनिवार को की.
वह शनिवार को देवघर के पालोजोरी के जोरो पहाड़ी में 33/11 केवीए पावर सबस्टेशन के उदघाटन के मौके पर बोल रहे थे. मौके पर झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन व स्पीकर शशांक शेखर भोक्ता भी मौजूद थे.
ऊर्जा मंत्री ने स्वीकार किया कि झारखंड में ऊर्जा के संसाधनों की अपार संभावना होने के बावजूद ऊर्जा के मामले में हमारा प्रदेश आत्मनिर्भर नहीं है. प्रदेश में चार हजार मेगावाट बिजली की आवश्यकता है, लेकिन यहां 500 मेगावाट बिजली का उत्पादन कर पाते हैं. इस कमी को दूर करने के लिए राज्य में 15 हजार मेगावाट बिजली उत्पादन का लक्ष्य सरकार ने निर्धारित किया है, जो 2015 तक पूरा होगा.
गांव में भी मिले बिजली : शिबू
झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन ने कहा कि मेरा सपना था कि शहर की तरह गांवों में भी बिजली मिले, जिससे गांव में भी तरक्की के रास्ते खुलें. झारखंड के कोयले से पूरे देश में बिजली जलती है, लेकिन संसाधनों की परिपूर्णता के बावजूद हमारे गांवों में अब तक पर्याप्त बिजली की व्यवस्था नहीं हो पायी है. ग्रामीणों को अपने अधिकार के लिए सजग रहने की जरूरत है.
हो रहा है विकास : शशांक
स्पीकर शशांक शेखर भोक्ता ने कहा कि सरकार ने विकास को लेकर जो प्रयास किये हैं वे सराहनीय हैं. योग्य व्यक्तियों के हाथों में प्रदेश की व्यवस्था रहने के कारण ही मात्र एक वर्ष के कार्यकाल में विकास के नये आयाम तय हुए हैं.