रांची: जिला प्रशासन के कारण केंद्र सरकार से राशि नहीं मिल पा रही है. मुख्य सचिव सजल चक्रवर्ती की अध्यक्षता में हुई केंद्र प्रायोजित योजनाओं की समीक्षा बैठक में इसका खुलासा हुआ. रिपोर्ट मिली कि जिलों में केंद्र प्रायोजित योजनाओं पर ठीक से काम नहीं हो रहा है. इससे केंद्र से राशि प्राप्त होने में दिक्कत हो रही है.
राशि खर्च करने के बाद एजी को उपयोगिता प्रमाण पत्र भी नहीं दिया जाता. केवल एसीए (एडिशनल सेंट्रल असिस्टेंस) के अबतक पेंडिंग बिल 2111 करोड़ रुपये का है. मुख्य सचिव ने सभी उपायुक्तों से कहा कि केंद्र प्रायोजित योजनाओं को गंभीरता से लें. जिलों की वजह से केंद्र से राशि नहीं मिली तो कार्रवाई की जायेगी. मुख्य सचिव व सचिव उपायुक्तों के साथ होटल रेडिसन ब्लू में बैठक कर रहे थे. मुख्य सचिव गुरुवार को विभागीय सचिवों के साथ प्रोजेक्ट भवन सचिवालय में बैठक करेंगे. बैठक में केंद्र प्रायोजित योजनाओं की समीक्षा की जायेगी. बैठक के मद्देनजर विभागों ने तैयारी कर ली है. बैठक में बताया गया कि राज्य में सघन डायरिया नियंत्रण पखवाड़ा 28 जुलाई से शुरू होगा. इसके तहत पांच वर्ष से कम बच्चों को सहिया के माध्यम से ओआरएस का पैकेट उपलब्ध कराया जायेगा.
किसानों को कर्ज देने का निर्देश
कृषि विभाग की ओर से जिलों को यह निर्देश दिया गया कि वे खेती के लिए प्रखंडवार प्लान तैयार करें. 15 अगस्त तक धान लगाने में दिक्कतें नहीं है. इस बीच किसानों को वैकल्पिक खेती करने का सुझाव दें. कृषि के लिए कर्ज मुहैया करायें. अब एक लाख तक के कृषि लोन के लिए जमीन की पोजिशन सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है. संबंधित कर्मी या जनप्रतिनिधि द्वारा प्रमाणपत्र देने पर लोन मिल जायेगा.
हर जिले में कंट्रोल रूम खोलने का निर्देश
मुख्य सचिव सजल चक्रवर्ती ने सभी उपायुक्तों को निर्देश दिया कि वे अपने जिले में कंट्रोल रूम खोलें. केंद्र में लैंड लाइन टेलीफोन की सुविधा हो. उपायुक्तों को स्वास्थ्य केंद्र, थाना सहित अन्य सरकारी संस्थानों का निरीक्षण करने का निर्देश दिया. भू राजस्व सचिव जेबी तुबिद ने कहा कि गांवों के जमीन का नक्शा तैयार किया जाये. सभी कागजातों का डिजिटाइजेशन कराया जाये. शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव के विद्यासागर ने कहा कि मार्च 2015 तक हर स्कूल में पेयजल व शौचालय की समुचित व्यवस्था उपलब्ध करायी जाये.
कुछ उपायुक्त ले रहे थे झपकी : बैठक में कुछ उपायुक्त झपकी लेते दिखे. इस पर मुख्य सचिव ने उन्हें कॉफी पिलाने को कहा. उन्होंने चुटकी लेने के अंदाज में कहा कि कॉफी पिकर तरोताजा हो जायें और बैठक में हो रही बातों पर ध्यान दें. वापस जाकर इस पर काम भी करें.