5211 लाभुकों के बीच 150 करोड़ की परिसंपत्ति का वितरण
जमशेदपुर : सरकार सभी को नौकरी नहीं दे सकती है. नौकरी से समग्र विकास की परिकल्पना नहीं की जा सकती है. नौकरी से क्या कर सकते हैं, अच्छा खाना खा सकते हैं और गाड़ी खरीद सकते हैं.लेकिन अनाज और गाड़ी का उत्पादन करने वाले भी होने चाहिए. सरकार लोगों के विकास के लिए कई छोटी-बड़ी योजनाएं चला रही हैं, जिसमें 80-90 प्रतिशत सब्सिडी है. उक्त योजनाओं का लाभ लेकर अपने जीवन को नौकरी से बेहतर बना सकते हैं. उक्त बातें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सिदगोड़ा टाउन हॉल में आयोजित विकास उत्सव सह परिसंपत्ति वितरण समारोह में कही.
श्री सोरेन ने कहा कि झारखंड की जो संस्कृति है, उसके अनुसार लोग खेती-बाड़ी और गांव से जुड़े हुए हैं. सरकार का प्रयास है कि लोग स्वावलंबी बनें. राज्य के सभी लोग विकास में सहयोगी के तौर पर काम करें और योजना का लाभ लेते हैं, तो राज्य का विकास संभव है. श्री सोरेन ने कहा कि भारत को कृषि प्रधान देश कहा जाता है और हमें किसान होने पर गर्व है.
उन्होंने कहा कि पर्यावरण की मार से किसान कई बार हताहत हुए हैं. मौसम की बेरुखी पर सरकार कई योजना प्रारंभ करने जा रही है, ताकि पानी उपलब्ध हो जाये और समय पर फसल लग सके. इस अवसर पर राज्य कई मंत्री और अधिकारी समेत काफी संख्या में लोग उपस्थित थे.
184 करोड़ की योजना का शिलान्यास-उदघाटन: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विकास उत्सव में 184 करोड़ की योजना का शिलान्यास एवं ऑन लाइन उद्घाटन किया. मुख्यमंत्री ने 5211 लाभुकों के बीच डेढ़ सौ करोड़ की परिसंपत्ति वितरित की. उन्होंने अनुकंपा के आधार पर नियुक्ति पत्र पेंशन का वितरण, भूमिहीनों को पट्टा, बिरसा आवास निर्माण का चेक, जाहेरथान की घेराबंदी के : लिए चेक, लक्ष्मी लाडली योजना के लाभुकों को प्रमाण पत्र, 3425 लोगों को केसीसी तथा छह लोगों को ट्रैक्टर की चाबी प्रदान की. विकास उत्सव में परिवहन मंत्री चंपई सोरेन, विधायक बन्ना गुप्ता, विधायक रामदास सोरेन, जिला परिषद की अध्यक्ष सोनिया सामंत, कोल्हान के डीआइजी मो नेहाल समेत अन्य पदाधिकारी थे.