पत्नी को देखने गया था, तभी पुलिस ने उठाया
रांची : तुपुदाना पुलिस ने गत 13 जुलाई की रात समर अस्पताल से लाल अशोकनाथ हत्याकांड में शामिल होने के आरोप में राजू गोप के बदले सुधीर गोप को पकड़ लिया. उसे जगन्नाथपुर थाना ले जाकर हाजत में बंद कर दिया और प्रताड़ित किया. पुलिस ने उस पर यह स्वीकार करने का दबाव बनाया कि वह सुधीर गोप नहीं, बल्कि राजू गोप है. जब सुधीर गोप ने इनकार किया, तब पुलिस ने उसकी जम कर पिटाई की.
सुधीर के अनुसार पिटाई की वजह से उसे दाहिने कान से सुनाई नहीं पड़ रही है. वह इलाज के लिए सेनेटोरियम अस्पताल गया था, लेकिन डॉक्टर के बाहर चले जाने की वजह से वह अभी इलाज नहीं करा पाया है.
पत्नी से मिलने गया था अस्पताल: सुधीर के अनुसार उसकी पत्नी डिलिवरी केस को लेकर अस्पताल में भरती थी. वह उससे मिलने अस्पताल पहुंचा था. इसी बीच कुछ पुलिसवाले पहुंचे और नाम पूछा. जब उसने अपना नाम सुधीर गोप बताया, तब पुलिस उसे पकड़ कर थाना ले गयी. इसके बाद दूसरे दिन सुबह पांच बजे उसे अस्पताल पहुंचा दिया. इस बीच पुलिस को कई लोगों ने बताया कि सुधीर गोप राजू गोप नहीं है, तब जाकर पुलिस ने उसे छोड़ा.
उल्लेखनीय है कि पिछले 18 जून को जमीन कारोबारी लाल अशोक नाथ शाहदेव की गोली मार कर हत्या कर दी गयी थी. पुलिस को इस मामले में राजू गोप नाम एक अपराधी की तलाश है. पुलिस के पास सूचना थी कि राजू गोप की पत्नी भी समर अस्पताल में भरती है. राजू गोप उससे मिलने आनेवाला है. सुधीर गोप को राजू गोप समझ कर पुलिस ने पकड़ा था. सुधीर तुपुदाना का रहनेवाला है.