रांची: आगामी विधानसभा चुनाव में जदयू के प्रत्याशियों को अपने दम पर चुनाव लड़ना होगा. पार्टी की ओर से उम्मीदवारों को फूटी कौड़ी नहीं दी जायेगी. हालांकि पार्टी के शीर्ष नेता चुनाव प्रचार में उम्मीदवारों का हौसला बढ़ायेंगे. यह बातें बिहार सरकार के मंत्री सह झारखंड प्रभारी श्रवण कुमार ने कही. श्री कुमार रविवार को विधानसभा सभागार में प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि सांप्रदायिक ताकतों को रोकने के लिए धर्मनिरपेक्ष दलों को एकजुट करने का प्रयास किया जा रहा है. पार्टी भाजपा छोड़ कर सामान विचारधारा वाले किसी भी दल के साथ गंठबंधन कर सकती है. गंठबंधन को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर बातचीत चल रही है. कांग्रेस, जदयू समेत कई दलों के शीर्ष नेताओं के साथ प्रारंभिक वार्ता भी हो चुकी है. गंठबंधन के बाद यह तय किया जायेगा कि पार्टी झारखंड में कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगी. श्री कुमार ने पार्टी नेताओं से कहा कि लोकसभा चुनाव परिणाम से हताश निराश होने की जरूरत नहीं है. जनता के साथ धोखा एवं फरेब कर केंद्र में सरकार बनी है. उन्होंने केंद्र सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि रेल भाड़ा, पेट्रोल-डीजल, रसोई गैस समेत खाद्य पदार्थो के दाम बढ़ा कर केंद्र सरकार अच्छे दिन ला रही है. जनता सब कुछ समझ रही है. आगामी विधानसभा चुनाव में इसका असर भी देखने को मिलेगा.
प्रदेश अध्यक्ष जलेश्वर महतो ने कहा कि अगले दो-तीन महीनों में चुनाव होनेवाले हैं. ऐसे में कार्यकर्ता संगठन को मजबूत कर तैयारी में जुट जायें. बैठक को विधायक सुधा चौधरी, रामचंद्र केसरी, इंद्रनाथ महतो, छत्तर सिंह महतो, बैजनाथ राम गोपी, कृष्णानंद मिश्र, श्रवण कुमार, संजय सहाय, राम स्वरूप यादव, आशा शर्मा, अभिषेक चौबे, धनंजय सिन्हा, जेपी सिंह, जगजीत सिंह समेत कई नेताओं ने संबोधित किया.