एरिया कमांडर जीवन कंडुलना की पत्नी है निर्मला
चक्रधरपुर : टेबो पुलिस ने पोड़ाहाट जंगल के नक्सली दस्ते के एरिया कमांडर जीवन कंडुलना की धर्मपत्नी सह महिला नक्सली संजोती देवी उर्फ निर्मला कंडुलाना (22) को एक दो माह की बच्ची के साथ गिरफ्तार किया है.
चक्रधरपुर थाना परिसर में थाना प्रभारी रतन कुमार की उपस्थिति में टेबो थाना प्रभारी टुरटा खलको ने बताया कि महिला नक्सली निर्मला कंडुलना को गुप्त सूचना के आधार चाकी बाजार से गिरफ्तार किया गया है. चाकी बाजार से पैदल वह अपने बच्चा े को लेकर जा रही थी. इसी दौरान उसे गिरफ्तार किया गया है. निर्मला वर्ष 2010 से नक्सली संगठन में सक्रिय रूप से काम कर रही थी. यह अड़की थाना क्षेत्र मोसांग गांव की रहने वाली है.
निर्मला के खिलाफ टेबो व सोनुवा थाना में पांच मामला दर्ज है. टेबो में थाना कांड संख्या 10/10, 7/13 तथा 8/13 तहत तीन मामला दर्ज है. वहीं सोनुवा थाना कांड संख्या 1/14 तथा 14/14 के तहत दो मामलों में वह आरोपी थी. कांड संख्या 8/13 के आरोपी निर्मला कंडुलना संकरा गांव में पुलिस नक्सली मुठभेड़ में सक्रिय भूमिका निभाई थी. इस मुठभेड़ में कोबरा बटालियन के एक जवान की मौत हो गयी थी. निर्मला को पुलिस ने आठ जुलाई की सुबह साढ़े आठ बजे गिरफ्तार किया है. निर्मला की गिरफ्तारी को पुलिस बड़ी सफलता मान रही है. निर्मला की गिरफ्तारी से नक्सली संगठन से संबंधित कई खुलासा हुआ है.
बहला-फुसला कर जोड़ा संगठन से
चक्रधरपुर : महिला नक्सली संजोती देवी उर्फ निर्मला कंडुलना ने बताया कि बहला फुसला कर उसे नक्सली संगठन में जोड़ा गया. संगठन में जुड़ने के बाद वह खुश नहीं थी. माओवादी संगठन में जुड़ने के बाद एरिया कमांडर जीवन कंडुलना से उसकी शादी हुई. जीवन कंडुलना से उसे दो माह की एक बच्चा ी भी है. वह वर्ष 2010 में नक्सली संगठन में शामिल हुई. नक्सली रश्मि नामक महिला ने उसे इस संगठन से जोड़ा.
2012 में संगठन में रहते हुए उसकी शादी जीवन कंडुलना से हुई. घरेलु नाम संजोती है. नक्सली संगठन में जुड़ने के बाद नाम बदल कर निर्मला रखा गया है. नक्सली संगठन नारी मुक्ति संघ में निर्मला को जगह दी गयी थी. इस संगठन में रह कर निर्मला महिलाओं को जोड़ने का काम करती थी. निर्मला ने बताया कि चार साल में एक बार भी उसने आर्म्स का उपयोग नहीं किया. उसे हथियार चलाने का प्रशिक्षण नहीं दिया गया था. संगठन द्वारा बताये गये कार्यो को वह करती थी. खूंटी में जीवन कंडुलना के रिश्तेदार के घर में रहती थी. उसने कहा कि जेल से छूटने के बाद वह दुबारा संगठन में नहीं जायेगी.