देवघर: बिहार अंतर्गत मुंगेर व जमुई जिले के इलाकों में सीपीआइ माओवादी शहीद शोक दिवस मना रहे हैं. माओवादियों का शहीद शोक दिवस सप्ताह 25 जून से आरंभ हुआ है, जो सात जुलाई तक चलेगा.
इस दौरान इन जिलों के जंगली इलाके में माओ सदस्यों का एक जगह जुटान है. शहीद शोक दिवस के मौके पर कुछ बाहरी संगठन के शीर्ष नेताओं का जमघट भी है. मौके पर संगठन सदस्यों द्वारा सीपीआइ माओवादी नेता वरुण दा को शोक श्रद्धांजलि दी जा रही है. वहीं माओवादी इस दौरान पुलिस मुखबिरी करने वालों को भी टारगेट कर रही है. इस क्रम में माओवादियों द्वारा किसी बड़ी वारदात को भी अंजाम दी जा सकती है.
संगठन द्वारा गोपनीय तरीके से इसकी बड़ी तैयारी है. इस संबंध में खुफिया सूचना पर एसपी ने पूरे जिले में अलर्ट घोषित कर संदिग्ध गतिविधियों पर निगरानी का निर्देश दिया है. वहीं पुलिस के लूज मूवमेंट पर रोक लगा दी है.
इस संबंध में पुलिस कार्यालय से सभी डीएसपी, इंस्पेक्टर व थाना प्रभारी को पत्र जारी कर निर्देश दिया गया है. बताते चलें कि बिहार का यह दोनों जिला देवघर जिले के सीमावर्ती इलाके से सटा हुआ है. देवघर का जसीडीह थाना जमुई जिले के जंगली इलाके से सटा है. दिसंबर में जसीडीह थाना क्षेत्र के एक पुल निर्माण में लगे सात मजदूरों को अगवा कर माओवादियों ने जमुई जिले के ही जंगली इलाके में छिपा रखा था. बाद में देवघर व जमुई पुलिस द्वारा संयुक्त दबिश बनाने पर माओवादियों ने एक सप्ताह बाद इन मजदूरों को मुक्त किया था.