विशुनपुर (गुमला) : विशुनपुर के चेड़ा गांव निवासी रामविलास लोहरा के 14 साल के बेटे संतोष लोहरा की पत्थर से कूच कर हत्या कर दी गयी. वह गुरुवार से लापता था. रविवार की सुबह बुरूडीपा के समीप कोयल नदी के किनारे उसका शव मिला. शव बुरी तरह सड़ गया था. इस मामले में रामविलास लोहरा ने थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी है. गुरुवार को जिन बच्चों के साथ संतोष था, उन लोगों का नाम थाना को दिया गया है.
पिता रामविलास ने बताया कि संतोष गुरुवार को फुटबॉल खेलने निकला था. इसके बाद फिर वह नहीं लौेटा. शाम पांच बजे तक उसे खेल ग्राउंड में देखा गया था. जब संतोष नहीं लौटा, तो परिजनों ने खोजबीन की. कोयल नदी में मछली मार रहे मछुआरों ने नदी किनारे शव गाड़ा देख कर इसकी सूचना लोगों को दी. जब परिजन पहुंचे, तो शव को संतोष के रूप में पहचान की.
विवेकानंद स्कूल का छात्र था संतोष
संतोष विशुनपुर के विवेकानंद स्कूल में चौथी कक्षा में पढ़ता था. परिजनों के अनुसार वह पढ़ाई व फुटबॉल खेल में आगे रहता था. रिजल्ट भी उसका अच्छा होता था. संतोष के पिता रामविलास चना बेच कर गुजारा करते हैं. बेटे की मौत से उनका बुरा हाल है. संतोष की हत्या के कारणों का पता नहीं चला है. लेकिन शक उसके दोस्तों पर है. आशंका व्यक्त की जा रही है कि खेल के बाद किसी बात को लेकर कहा-सुनी होने पर उसकी हत्या कर दी गयी है. जिस दिन संतोष की हत्या हुई, उसी दिन बलराम भगत की भी हत्या हुई थी. इन दोनों घटनाओं को जोड़ कर पुलिस जांच कर रही है.