रांची: मॉनसून भटक गया है. झारखंड में मॉनसून के प्रवेश करने के बाद दो दिनों तक बारिश हुई. इसके बाद मॉनसून की गति काफी कमजोर हो गयी है. अब तो मानसून की बारिश का कोई सिस्टम भी कहीं नहीं दिख रहा है. दिल्ली स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के वरीय वैज्ञानिक डॉ अशोक बाखला का कहना है कि दो जुलाई के आसपास तक बारिश के कोई संकेत नहीं हैं. सेटेलाइट में दूर-दूर तक झारखंड या आसपास के राज्यों के ऊपर सिस्टम नहीं दिख रहा है. वैसे इस दौरान स्थानीय कारकों से बारिश हो सक ती है.
इस बार 18 जून को झारखंड पहुंचा है मॉनसून
झारखंड में 18 जून को मॉनसून पहुंचा है. 18 और 19 जून मिला कर रांची में 24 घंटे में 100 मिमी से अधिक बारिश हुई थी. बारिश से शहरी जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा था. 18 जून को आठ बजे तक 71.8 मिमी बारिश दर्ज की गयी थी.
फिर बढ़ी गरमी
मॉनसून की पहली बारिश के साथ ही लोगों को गरमी से राहत मिली थी. तापमान सामान्य के करीब चला गया था. बुधवार को फिर अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेसि रिकॉर्ड किया गया. यह सामान्य से चार डिग्री सेसि अधिक है.