रांची: कांग्रेस ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के सामने अपना एजेंडा रखा है और सरकार से इसी के अनुरूप काम करने की मांग की है. कांग्रेस इन्हीं काम के आधार पर विधानसभा चुनाव में जाने की तैयारी में है.
मुख्यमंत्री आवास पर मंगलवार देर रात तक प्रदेश कांग्रेस प्रभारी बीके हरिप्रसाद ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, मंत्री राजेंद्र सिंह, योगेंद्र साव और गीताश्री उरांव के साथ बैठक की. बैठक में मंत्रियों ने अपनी कार्य योजना सरकार के सामने रखी. मुख्यमंत्री के सामने अपनी परेशानियों का भी जिक्र किया. मंत्रियों की ओर से रखी गयी कार्य योजनाओं में शिक्षकों की नियुक्ति करने, पंचायत को अधिकार देने, हर जिले में महिला कॉलेज खोलने और हर प्रमंडल में मेडिकल कॉलेज खोलने का जिक्र है. कांग्रेस का ज्यादा जोर शिक्षा और स्वास्थ्य को लेकर था.
विभागीय मंत्री व सचिव के साथ बैठेंगे सीएम
बैठक में तय हुआ कि कम समय को देखते हुए मुख्यमंत्री विभागीय मंत्री व सचिव के साथ बैठक कर प्राथमिकताओं के अनुसार कार्यो के लिए समय सीमा का निर्धारण करायेंगे. बैठक में कांग्रेस की ओर से बताया गया कि पार्टी आलाकमान झारखंड सरकार के कामकाज से संतुष्ट नहीं है. अक्तूबर-नवंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं. पार्टी चाहती है कि कुछ ऐसा किया जाये, जिसके आधार पर जनता के बीच जाकर वोट मांगा जा सके.
जुलाई के प्रथम सप्ताह से नियुक्ति प्रक्रिया
बैठक में मुख्यमंत्री ने जुलाई के प्रथम सप्ताह में 18 हजार शिक्षकों की नियुक्ति करने और चुनाव के पूर्व करीब 40 हजार पदों पर नियुक्ति करने की बात कही. स्थानीय नीति को भी सर्वदलीय बैठक के बाद अंतिम रूप देने की बात कही.
किसने क्या कहा
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन
झारखंड में कांग्रेस-झामुमो गंठबंधन की सरकार चल रही है. समय कम है. चुनाव नजदीक है. हमलोगों ने बैठ कर बात की है कि कैसे कम समय में सही किया जाये. काम काज ठीक किया जाये. आनेवाले समय में गंठबंधन पूरी मजबूती से चले, धरातल पर विकास उतरे, इस पर भी बात हुई. शिक्षा, स्वास्थ्य, पंचायती राज जैसे मुद्दे पर बात हुई. चुनाव के दौरान व्यर्थ में समय बीत गया है, अब समय कम है. कम समय में बेहतर करने के लिए सरकार गंभीर है.
मंत्री राजेंद्र सिंह
झारखंड में विकास को लेकर आलाकमान चिंतित है. स्वास्थ्य, शिक्षा और ग्रामीण विकास जैसे विभागों में काम में तेजी लाने की जरूरत है.
मंत्री गीताश्री उरांव
सीएम से कामकाज में सहयोग मांगा है. तेजी से काम हो, सरकार में समन्वय रहे, इसके आधार पर सरकार को आगे बढ़ना है. सरकार लंबी लकीर खींचना चाहती है, ताकि जनता के बीच इसका संदेश जाये. जनता के बीच काम को लेकर कैसे जायें, इस पर खास तौर पर चर्चा हुई है.