मनिका में उग्रवादियों का उत्पात
मनिका (लातेहार) : पल्हैया व मतनाग गांव में उग्रवादियों ने दो दिन तक जम कर उत्पात मचाया़ छह घरों की छप्पर तोड़ कर सारा सामान वाहन पर लाद कर ले गये. हालांकि अब तक किसी नक्सली संगठन ने इस घटना की जिम्मेवारी नहीं ली है. लेकिन दोनों घरों के लोगों द्वारा घटना में जेजेएमपी उग्रवादी संगठन का नाम बताया जा रहा है़.
पेड़ के नीचे शरण लिये हुए हैं परिजन : पल्हैया में रविवार दोपहर उग्रवादियों ने माओवादी सबजोनल कमांडर वीरेंद्र जी व उसके चार भाइयों के घर की छप्पर तोड़ डाले. और जेवर व नकद समेत घर का सामान ट्रैक्टर पर लाद कर ले गये. एक नवनिर्मित मकान की दीवार भी ट्रैक्टर से गिरा दी. घटना के बाद से वीरेंद्र जी समेत बिनोद यादव, केदार यादव, श्रवण यादव व महेंद्र यादव का परिवार महुआ पेड़ के नीचे शरण लिये हुए हैं.
बिनोद की पत्नी सुनीता देवी ने बताया कि हमलावरों ने गाली-गलौज करते बच्चों समेत सभी को घर से बाहर निकाल दिया. फिर छप्पर पर चढ़ कर लाठी-डंडे व टांगी से खपड़ा तोड़ दिया. और बुरा अंजाम होने की बात कह सभी चले गये.
60-70 की संख्या में थे उग्रवादी : इससे पहले शनिवार की शाम उग्रवादी मतनाग गांव में बटुकनाथ यादव के घर पहुंचे. उसके नहीं मिलने पर घर की छप्पर तोड़ दिया. दरवाजा व बरतन को टांगी से क्षतिग्रस्त कर दिया. बटुकनाथ की पत्नी दारो देवी व पुत्री अंजनी कुमारी ने बताया कि 60-70 की संख्या में आये उग्रवादी पुलिस की वरदी में थे. दोनों ने घटना में जेजेएमपी के पप्पूजी के होने की बात बतायी. घटना को अंजाम देने के बाद उग्रवादी टेंपो मंगा कर घर में रखा चावल, महुआ, अरहर व प्याज आदि ले गये. घर से 13 पहचान पत्र व जेवर भी ले गये.
पुलिस की मिलीभगत : वीरेंद्र
घटना के बाद माओवादी सबजोनल कमांडर वीरेंद्र जी ने प्रभात खबर को दूरभाष पर बताया कि दोनों गांव की घटना में पुलिस की मिलीभगत है. डीआइजी के निर्देश पर जेजेएमपी गिरोह इस तरह की घटना को अंजाम दे रहा है़ वीरेंद्र ने पुलिस पर आरोप लगाया कि घर उजाड़े जाने की घटना के 24 घंटे बाद भी पुलिस ने अब तक कोई जानकारी नहीं ली.
सूचना मिली है : पुलिस
मनिका थाना पुलिस के अनुसार घटना की सूचना थाने को किसी ने नहीं दी है. लेकिन सूत्रों से मतनाग में घर का छप्पर तोड़ने की सूचना प्राप्त हुई है. पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है.