– खाद-बीज घोटाले के मुख्य आरोपी हैं आरपी सिंह
– सचिव को लिखा पीत पत्र
मनोज सिंह, रांची
कृषि मंत्री योगेंद्र साव, राजेश प्रसाद सिंह को फिर निदेशक भूमि संरक्षण के पद पर पदस्थापित करना चाहते हैं. वह श्री सिंह की वरीयता और प्रशासनिक अनुभव का लाभ लेना चाहते हैं. श्री सिंह कृषि विभाग के खाद एवं बीज घोटाले के आरोपी हैं. वह पूर्व में निदेशक भूमि संरक्षण के निदेशक के प्रभार में थे. उन पर वित्तीय वर्ष 2006-07 में सिंचाई कूपों के निर्माण की योजना में पर्यवेक्षण व अनुश्रवण कार्य में अनियमितता बरतने का आरोप है.
हालांकि उनके खिलाफ लगे आरोपों की जांच शुभेंद्र झा, सुलसे बाखला ने की थी. उन पर आरोप सिद्ध नहीं हुआ है. निलंबन मुक्त कर उनका पदस्थापन मुख्यालय में ही किया गया है. निगरानी की जांच अभी जारी है. प्रारंभिक जांच में निगरानी ने उन पर लगे आरोपों की पुष्टि भी की है. उनके खिलाफ वारंट भी निर्गत हुआ था. उनकी गिरफ्तारी पर फिलहाल रोक है. 18 जून को कृषि सचिव को लिखे पीत पत्र में मंत्री ने निर्देश दिया है कि श्री सिंह को निदेशक भूमि संरक्षण या अन्य कोई वैकल्पिक योग्य पद पर पदस्थापन/ अतिरिक्त प्रभार के लिए संचिका उपस्थापित की जाये.
22 मई को निलंबन मुक्त किया गया था
श्री सिंह को 22 मई को निलंबन मुक्त किया गया था. विभागीय जांच पदाधिकारी की रिपोर्ट की विभाग ने समीक्षा की. उसके बाद निलंबन मुक्त कर दिया गया. विभागीय सचिव डॉ नितिन मदन कुलकर्णी ने निलंबन मुक्त करने के लिए जारी अधिसूचना में इस बात का जिक्र किया है कि श्री सिंह के विरुद्ध निगरानी विभाग में अनुसंधान हो रहा है. इस अधिसचूना का निर्णय निगरानी विभाग के अंतिम निर्णय से प्रभावित होगा.