सीआइडी की तीन टीम करेगी मामले की जांच
रांची : प्रीति कांड मामले की सीआइडी जांच के लिए तीन टीम का गठन कर दिया गया. एडीजी सीआइडी एसएन प्रधान ने बताया की टीम सीआइडी एसपी मयूर कन्हैया पटेल के निर्देशन में काम करेगी. तीनों टीम का नेतृत्व एएसपी अनुरंजन किस्पोट्टा, डीएसपी सीपी नारायण व रांची जिला डीसीबी टीम के प्रभारी मदन मोहन सिंह करेंगे.
तीनों टीमों में दो-दो इंस्पेक्टर रैंक के पदाधिकारी भी सहयोग के लिए रहेंगे. तीनों टीम बुंडू थाना क्षेत्र से एनएच के किनारे गत 15 फरवरी को अज्ञात महिला के शव मिलने की घटना की जांच करेगी. यही टीम अज्ञात शव को प्रीति का शव मान कर उसकी हत्या के आरोप में तीन निदरेष युवकों को फंसाने के मामले की भी जांच करेगी.
एसपी श्री पटेल मामले का सुपरविजन करेंगे. जानकारी के मुताबिक टीम गठन से पहले सीआइडी के एडीजी एसएन प्रधान ने विभाग के अफसरों के साथ बैठक की. अधिकारियों ने इस बात पर चर्चा की कि जांच कहां से शुरु हो. सीआइडी के अफसरों को अंदेशा है कि जिस महिला का शव बरामद हुआ था, वह बुंडू से दूर का हो सकता है. क्योंकि ऐसी घटनाएं पहले भी हुई हैं और जांच के बाद पता चला कि इन घटनाओं को ट्रक चालकों द्वारा अंजाम दिया गया था.
पुलिस को यह भी शक है कि कोई आपसी रंजिश या फिर बड़ी संपत्ति का मामला हो सकता है. जिस कारण उक्त महिला की हत्या की गयी हो. बहरहाल सीआइडी के लिए सबसे बड़ी चुनौती शव की पहचान करना है.
जेल से तीनों की नहीं हुई रिहाई
परिजनों ने की डीआइजी से मुलाकात
कहा, जल्द हो जेल से निदरेषों की रिहाई
रांची : प्रीति कांड मामले में जेल में बंद अजीत, अमरजीत व अभिमन्यु गुरुवार को भी रिहा नहीं हो सके. पुलिस ने उनकी रिहाई के लिए कोर्ट में आवेदन नहीं दिया है. इस संबंध में अजीत के चचेरा भाई चंदन कुमार ने बताया कि उन्हें बताया गया कि सीनियर अधिवक्ता देवी प्रसाद के निधन के कारण कोर्ट में काम बंद था, इसी कारण आवेदन नहीं दिया जा सका. रिहाई को लेकर वे गुरुवार को परिजन डीआइजी प्रवीण कुमार से भी मिले.