चाईबासा : राज्य में कोयला चोर व आयरन ओर के माफियाओं का राज चल रहा है, मनमाने तरीके से ट्रांसफर किये जा रहे हैं, अच्छे अफसरों को शंट कर दिया जा रहा है. ऐसे में झारखंड का विकास कैसे होगा? बिजली की संकट पर सरकार कोई चर्चा नहीं कर रही है. चुआं और नाले का पानी पीने के लिए लोग मजबूर हो गये हैं.
झारखंड की जनता त्रहिमाम कर रही है. ये बातें बुधवार को पूर्व मुख्यमंत्री अजरुन मुंडा ने बिजली, पानी व लचर व्यवस्था पर भाजपा की ओर से चाईबासा समाहरणालय के समक्ष आयोजित धरना में कही.
श्री मुंडा ने कहा कि राज्य के तीन सौ छोटे-छोटे बच्चों को केरल भेज दिया जाता है और सरकार कुछ नहीं करती है. उन्होंने कहा कि उनकी पहल और गृह मंत्री से हुई वार्ता तथा केरल के अधिकारियों से बात करने के बाद झारखंड के नौनिहालों को घर वापस लाया जा सका. कार्यकत्र्ताओं से हेमंत सोरेन सरकार को उखाड़ फेंकने के अभियान में जुट जाने का आह्वान किया. राज्य में अगली सरकार भाजपा का बनने का कार्यकर्ताओं को भरोसा दिया. सांसद लक्षमण गिलुवा ने कहा कि जिस तरह से देश में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनी है. ठीक उसी तरह झारखंड में भी अगली सरकार भाजपा की बनेगी.
कार्यकर्ताओं को विधानसभा चुनाव में जुट जाने का आह्वान किया. भाजपा नेताओं ने सरकार को हर मोर्चे पर फेल बताते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से इस्तीफे की मांग की. कार्यक्रम की समाप्ति के बाद बिजली, पानी व लचर व्यवस्था में सुधार करने के लिए उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा गया. कार्यक्रम को विधायक बड़कुंवर गागराई, गुरुचरण नायक, अमरप्रीत काले, शैलेंद्र सिंह, पूर्व विधायक सुखराम उरांव, जिलाध्यक्ष संजय पांडेय, गीता बालमुचू, मो. बारिक, अनूप सुल्तानिया आदि उपस्थित थे.