सतगावां : नक्सलियों की ओर से डोमचांच थाना क्षेत्र के ढाब से छह लोगों का अपहरण किये जाने के मामले में पुलिस की संयुक्त छापामारी अभियान पर सवाल उठ गये हैं. पुलिस अधिकारियों की मानें तो अपहृत लोगों को मुक्त कराने के लिए कोडरमा, गिरिडीह व अन्य सीमावर्ती जिलों की पुलिस अपने-अपने क्षेत्र में छापामारी अभियान में लगी थी, लेकिन नक्सली पुलिस व्यवस्था को चकमा दे गये.
कोडरमा एसपी संगीता कुमारी व एएसपी नौशाद आलम के नेतृत्व में पुलिस सतगावां के जंगली क्षेत्र में बुधवार सुबह से रात तक छापामारी करती रही, पर नक्सली इसका फायदा उठाते हुए देर रात डोमचांच-सतगावां रोड स्थित खेरेडवा मोड़ पर तीनों मोटरसाइकिल छोड़ कर चलते बने.
आशंका जतायी जा रही है कि यहां से नक्सली गिरिडीह एरिया में प्रवेश कर गये हैं, क्योंकि यहीं से एक रास्ता गावां क्षेत्र को जाता है. एसपी ने कहा कि गिरिडीह पुलिस को उक्त मोड़ के पास रहने को कहा गया था, लेकिन शायद वे नहीं थे. इसी का फायदा नक्सलियों को मिला. मोड़ के पास नक्सली एक बिना नंबर की हीरो होंडा पैशन परो बाइक, सीडी डिलक्स नंबर जेएच-11ई-1598 व सुपर स्पलेंडर नंबर जेएच-11ई-7275 छोड़ गये हैं. ये मोटरसाइकिलें अपहृत सूरज, रामकुमार व चंद्रदेव के हैं. पुलिस तीनों मोटरसाइकिल को थाने ले आयी.
एसपी ने जंगली क्षेत्र पचाने में गुजारी रात : कोडरमा पुलिस का छापामारी अभियान बुधवार को दिन-रात चलता रहा. एएसपी नौशाद आलम के नेतृत्व में एक टीम सपही, जानपुर, रतनपुर, कोठियार, दोनैया, गारगी, नावाडीह व पचाने के जंगली क्षेत्र में छापामारी की. एसपी संगीता कुमारी खुद जवानों का मनोबल बढ़ाने के लिए अभियान में शामिल रही. एसपी ने पचाने में रात गुजारी. छापामारी में गिरिडीह क्षेत्र में सीआरपीएफ-207 बटालियन के अधिकारी एचके झा भी शामिल थे.
माइका माइंस से लेवी लेकर लौट रहा था सदस्य : इधर, पुलिस अधिकारी की मानें तो मामला लेवी लेकर लौट रहे नक्सली दस्ते के सदस्य को रोक कर मारपीट करने व पैसा छीनने के बाद बढ़ा. नक्सली दस्ते का सदस्य ढाब के पास स्थित रूपक सिंह के माइका माइंस से लेवी की रकम लेकर लौट रहा था. अनजान व्यक्ति देखने के कारण सूरज शर्मा व अन्य ने रोक कर पूछताछ की. इसके बाद मारपीट की. इधर, छापामारी अभियान के दौरान पुलिस की टीम एक और पहलू से अवगत हुई. जंगल में बड़े स्तर पर बीड़ी पत्ते का काम हो रहा है. इससे भी नक्सलियों की ओर से लेवी लेने की बात सामने आयी है.
कोठियार से कोवाकोल में टिकी निगाहें : नक्सलियों की ओर से अपहृत लोगों को पहले कोठियार के जंगली क्षेत्र में रखे जाने की बात सामने आयी थी, लेकिन गुरुवार को यह बात सामने आयी है कि नक्सली इस क्षेत्र से निकल कर बिहार के नवादा जिले के कोवाकोल की तरफ चले गये हैं.
सतगावां में जमे रहे अधिकारी : दो दिन तक अपहृत लोगों का सुराग नहीं मिला है, पर छापामारी अभियान छोड़ कर पुलिस के अधिकारी डीजीपी की आवभगत में लगे रहे. तमाम पुलिस अधिकारी सतगावां के ब्लाक मैदान में थे. गुरुवार को छापामारी अभियान नहीं चला डीजीपी राजीव कुमार ने तो कहा कि नक्सलियों को मार भगायेंगे, पर जिस तरह पिछले चार महीनों से नक्सली घटनाएं बढ़ी हैं, उससे स्थिति का सहज अंदाजा लगाया जा सकता है. ब्लॉक मैदान में डीसी के रवि कुमार, एसपी संगीता कुमारी, एएसपी नौशाद आलम, डीएसपी हरिलाल यादव, डोमचांच अंचल इंस्पेक्टर अजय सिंह, सतगावां थाना प्रभारी संतोष कुमार, डोमचांच थाना प्रभारी सुमन सिन्हा आदि मौजूद थे.