धुरकी, गढ़वाः इकलौती बेटी की शादी के लिए पैसा नहीं जुटा पाने के कारण पिता गिरिजाराम चंद्रवंशी ने सोमवार की सुबह घर में फंदे से झूल कर आत्महत्या कर ली. शिबरी ग्राम निवासी गिरिजाराम मजदूरी कर अपना परिवार चलाता था. अपनी पुत्री रश्मि कुमारी का विवाह यूपी के केवाल में तय किया था. 12 जून को तिलक की तारीख तय की थी. 15 जून को शादी का दिन तय किया था. दहेज की राशि व शादी में डेढ़ लाख रुपये खर्च आ रहे थे. गिरिजाराम पैसे की जुगाड़ को लेकर परेशान था. जैसे-जैसे शादी की तारीख नजदीक आती जा रही थी, तनाव बढ़ता जा रहा था. इधर-उधर भाग दौड़ कर उसने राशि जुटाने का प्रयास किया, लेकिन कहीं से पैसा नहीं मिला.
गिरिजाराम इस तनाव में था कि तिलक व शादी की तिथि तो तय हो गयी है. लेकिन पैसे का इंतजाम नहीं होने पर समाज के सामने क्या मुंह दिखायेंगे. इसी तनाव में उसने घर में ही फांसी लगा कर अपनी जान दे दी. जिसके घर में शहनाई बजनेवाली थी, अब वहां मातम छा गया है. पूरे गांव में मातम : मिली जानकारी के मुताबिक, गिरिजाराम ने घर के सदस्यों से बिना कुछ बताये सोमवार की सुबह चार बजे परिवार के सदस्यों के जगने से पहले ही फांसी से फंदे से झूल गया. सुबह घर के लोग गिरिजाराम को फांसी के फंदे पर लटकते देखे, तो हैरान रह गये. परिजन दहाड़ मार कर रोने लगे. रोने की आवाज सुन कर आसपास के लोग पहुंचे और घटना की जानकारी ली. इस घटना से पूरे गांव में गम का माहौल बना हुआ है.
गांववाले आगे आये, तय समय पर शादी करायेंगे
शिबरी गांव के सुरेश चंद्रवंशी, सुरेंद्र चंद्रवंशी, प्रमोद चंद्रवंशी, रामप्रीत यादव, अयोध्या यादव, नंदकिशोर यादव ने कहा कि गांववाले मिल कर तय तिथि को ही गिरिजाराम की बेटी रश्मि की शादी कराने का प्रयास करेंगे. उन्होंने कहा कि वे लोग सामूहिक सहयोग से पहले गिरिजाराम का दाह-संस्कार करेंगे. इसके बाद लड़का पक्षवाले से बात कर 15 जून को ही किसी मंदिर में रश्मि की शादी कराने की कोशिश करेंगे. वहां मौजूद धुरकी भाजपा मंडल के अध्यक्ष प्रताप जायसवाल व मुखिया महबूब अंसारी ने भी शादी में सहयोग करने का आश्वासन दिया.