रांची: हेमंत सरकार 48 घंटे के अंदर बिजली कंपनियों के एमडी पर निर्णय करे अन्यथा श्रमिक संघ अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चली जायेगी. यह फैसला झारखंड विद्युत सप्लाई तकनीकी श्रमिक संघ की कोर कमेटी की बैठक में हुआ. बैठक की अध्यक्षता करते हुए संघ के अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि वर्तमान हालात में अविलंब कोई निर्णय नहीं होता है तो राज्य को अंधेरे में डूबने से कोई बचा नहीं सकता है.
श्री राय ने कहा कि विद्युत बोर्ड का बंटवारा कर अलग-अलग होल्डिंग कंपनी बनायी गई और एक नये सिरे से राज्य में विद्युत व्यवस्था को सुचारु रूप से चलाने को लेकर जीरो से शुरुआत की गयी, ताकि बोर्ड को घाटे से उबारा जा सके. मगर विखंडन के छह महीने के उपरांत भी अभी तक एमडी की नियुक्ति राज्य सरकार नहीं कर पायी. इसका जीता-जागता उदाहरण सोमवार को हजारीबाग में महाप्रबंधक को आम जनता द्वारा प्रताड़ित करने की घटना है.
घटना की निंदा करते हुए सरकार से अधिकारियों एवं कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की गयी है. बैठक में अमित कश्यप, विजय सिंह, यूसूफ खान, दिवाकर मिश्र, मो इसराफिल अंसारी, मो नइम, परशुराम यादव, विजय ठाकुर, प्रसादी महतो, मुन्ना गोराई, बासु उरांव व अन्य उपस्थित थे.