राजकमल तिवारी
गढ़वा : रमकंडा प्रखंड के केरवा गांव निवासी स्वर्गीय गणोश भुइयां की विधवा दुखनी कुंवर को जिंदा रहते उसे मृत घोषित कर दिया गया. साथ ही उसके नाम पर जो वृद्धावस्था पेंशन दिया जा रहा था, उसे बंद कर दूसरे लाभुक को पेंशन शुरू कर दिया गया. इसके कारण जिंदा रहने के बाद भी पिछले एक साल से दुखनी को वृद्धावस्था पेंशन से वंचित रहना पड़ रहा है. सोमवार को दुखनी ने जिप के कार्यकारी अध्यक्ष सत्यनारायण यादव के माध्यम से उपायुक्त से मिलकर जब इसकी शिकायत की तो सरकारी कर्मचारियों के इस भारी त्रुटि का खुलासा हुआ.
उपायुक्त से मिलने पहुंची दुखनी कुंवर का कहना था कि मैं अभी जीवित हूं और मुङो मृत घोषित कर वृद्धावस्था पेंशन बंद कर दिया गया है. वह अपने को जिंदा साबित करने व वृद्धावस्था पेंशन चालू कराने के लिए पिछले एक साल से लगातार प्रखंड व जिला का चक्कर काट रही है. लेकिन इसके बाद भी उसकी कोई नहीं सुन रहा है. दुखनी ने कहा कि पेंशन ही उसके जीने का एकमात्र सहारा है. दुखनी ने अपने को सही व जिंदा साबित करने के लिए अपने साथ कागजात भी लेकर आयी थी.