-प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, निष्क्रिय पदाधिकारियों को बदला जायेगा
-चुनाव के दौरान पार्टी विरोधी गतिविधि में शामिल लोगों के खिलाफ होगी कार्रवाई
रांचीः पूर्व केंद्रीय मंत्री सह कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि लोकसभा चुनाव में हार के लिए कोई एक व्यक्ति जिम्मेवार नहीं है. पार्टी हार की सामूहिक जिम्मेवारी लेती है. पार्टी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी के प्रयास को साकारात्मक रूप से देखती है. यह बात सही है कि हम अपने अभियान में सफल नहीं हो पाये. कांग्रेस पार्टी संघर्ष के लिए तैयार है. श्री रमेश शनिवार को प्रदेश पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि इस चुनाव में विकास और सुशासन की जगह सांप्रदायिक धुव्रीकरण देखने को मिला. यह देश के लिए चिंता का विषय है. इस पर विचार करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि पिछले तीन साल में झारखंड के कई इलाकों में ग्रामीण विकास के कार्यक्रम की वजह से बदलाव हुआ है. इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि इन कार्यक्रमों की वजह से ही मतदान प्रतिशत बढ़ा.
सारंडा एक्शन प्लान, सरयू एक्शन प्लान और झूमरा पहाड़ एक्शन प्लान की वजह से लोगों में विश्वास बढ़ा. यही वजह है कि माओवादियों का गढ़ अब झारखंड से दक्षिणी छतीसगढ़ की ओर से शिफ्ट कर गया. यह अलग बात है कि इसका राजनीतिक लाभ कांग्रेस को नहीं मिल पाया. एक सवाल के जवाब में श्री रमेश ने कहा कि जल्द ही समन्वय समिति की बैठक बुलायी जायेगी. इसको लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से बातचीत हुई है. पूर्व में किये गये वादों को धरातल पर उतारा जायेगा. इससे पहले श्री रमेश ने शनिवार को प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत, कांग्रेस के झारखंड प्रभारी बीके हरिप्रसाद, आलमगीर आलम के अलावा प्रदेश नेताओं के साथ बैठक कर लोकसभा चुनाव परिणाम की समीक्षा की.