रांची: रिम्स में दो सौ करोड़ से अधिक का टेंडर निकलनेवाला है. इनमें पारा मेडिकल भवन, इनडोर व आउटडोर स्टेडियम, स्विमिंग पुल, क्षेत्रीय नेत्र संस्थान, छात्र-छात्राओं के लिए छात्रावास व सौ बेड वाला पेइंग वार्ड का निर्माण शामिल है.
रिम्स में हुई ताजा प्रशासनिक फेरबदल को इस 208.87 करोड़ के टेंडर से भी जोड़ कर देखा जा रहा है. उधर, निबंधन काउंटर को वर्तमान स्थान से हटा कर गेट नंबर दो वाली सड़क के बीच ले जाने सहित रिम्स मुख्य भवन के चारों ओर कंटीले तार लगाने व लाइब्रेरी के नये भवन के निर्माण जैसे जरूरी काम फिलहाल टाल दिये गये हैं. रिम्स के शासी निकाय की हाल की बैठक के लिए तैयार एजेंडे में इन कार्यो का जिक्र नहीं है.
इधर, विभाग व रिम्स के कुछ अधिकारियों-चिकित्सकों की टिप्पणी है कि सरकार को पठन-पाठन की सुविधा व मानव संसाधन की कमी से जूझते रिम्स को सुदृढ़ करने के अन्य उपाय करने की जरूरत है.
सारा खेल टेंडर के लिए
रांची: पूर्व ऊर्जा मंत्री लाल चंद महतो ने स्वास्थ्य सह ऊर्जा मंत्री राजेंद्र सिंह पर भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है. श्री महतो ने कहा है कि तुलसी महतो को हटा कर जूनियर चिकित्सक डॉ एसके चौधरी को रिम्स निदेशक का प्रभार देने के पीछे 208 करोड़ की राशि है, ताकि काम के आवंटन में मुंह मांगी राशि वसूली जा सके. वहीं अभियंत्रण कोषांग के सहायक अभियंता अशोक राय को भी 300 करोड़ के काम को लेकर हटाया गया है. श्री महतो ने ऊर्जा विभाग व बोर्ड अध्यक्ष को भी लेकर कई आरोप लगाये हैं.
अन्य कॉलेज-अस्पताल में भी होगा काम
रिम्स के अलावा पाटलिपुत्र मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (पीएमसीएच) धनबाद, महात्मा गांधी मेमोरियल आयुर्विज्ञान कॉलेज, जमशेदपुर व रिनपास कांके में भी कई निर्माण कार्य होने हैं. इनकी लागत भी करीब तीन सौ करोड़ होने का अनुमान है.