रांची: दारोगा नियुक्ति में गड़बड़ी की जांच के बाद पुलिस मुख्यालय ने 42 पदाधिकारियों को नौकरी से हटा दिया है. गत 27 मई को डीजीपी ने नयी वरीयता सूची के आधार पर 42 युवकों को साज्रेंट के पद पर नियुक्त करने के लिए नियुक्ति पत्र जारी करने का आदेश दे दिया है.
नियुक्ति पत्र जारी करने के सिलसिले में डीआइजी कार्मिक शंभू ठाकुर ने डीजीपी के पास प्रस्ताव रखा था, जिसे डीजीपी राजीव कुमार ने अनुमोदित कर दिया है. कुछ दिनों में नियुक्त होनेवाले 42 युवकों के नाम प्रकाशित कर दिये जाने की संभावना है.
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2008 में पुलिस मुख्यालय ने दारोगा, सार्जेट और कंपनी कमांडर के 384 पदों के लिए विज्ञापन जारी किया था. वर्ष 2012 के फरवरी माह में नियुक्ति प्रक्रिया पूरी की गयी. नियुक्ति प्रक्रिया में गड़बड़ी किये जाने की शिकायत मिलने पर सरकार ने जांच करायी. जांच के बाद गड़बड़ी की पुष्टि हुई. गड़बड़ी के लिए तत्कालीन डीजीपी जीएस रथ को जिम्मेदार ठहराया गया. जांच रिपोर्ट के आधार पर जब पुलिस मुख्यालय के अधिकारियों ने सफल उम्मीदवारों की नयी सूची बनायी, तो यह तथ्य सामने आया कि 42 पदाधिकारियों की नियुक्ति गलत तरीके से की गयी थी. गत 15 जनवरी को गलत तरीके से नियुक्त पदाधिकारियों को हटाने का आदेश जारी किया गया था.
क्या क्या हुआ
दारोगा नियुक्ति में गड़बड़ी पकड़े जाने के बाद हटाये गये हैं 42 सार्जेट
2008 में पुलिस मुख्यालय ने 384 पदों पर नियुक्ति के लिए विज्ञापन निकाला था
2012 के फरवरी माह में नियुक्ति प्रक्रिया पूरी हुई
नियुक्ति में गड़बड़ी किये जाने की शिकायत पर सरकार ने जांच करायी