रांची: झारखंड में राज्यसभा के लिए खाली होने वाले एक सीट के लिए यूपीए फोल्डर में तनातनी हो सकती है. लोकसभा में प्रदेश से कांग्रेस का सफाया होने के बाद पार्टी की नजर राज्यसभा की इस सीट पर होगी. कांग्रेस खेमा से मिली जानकारी के मुताबिक पार्टी इसके लिए झामुमो पर दबाव बनायेगी. कांग्रेस की दलील है कि लोकसभा में झामुमो के दो सांसद है. गंठबंधन में चुनाव लड़ने में कांग्रेस ने भी मदद की है.
दूसरी तरफ कांग्रेस लोकसभा में सीट नहीं निकाल पायी, ऐसे में राज्यसभा से कांग्रेस का जाना बेहतर होगा. कांग्रेस का यह भी कहना है कि सविता महतो को पार्टी ने अपने मंत्रलय के कोटे से मार्केटिंग बोर्ड का अध्यक्ष बनवाया है. वहीं राज्यसभा की सीट झामुमो से उम्मीदवार रहे केडी सिंह के इस्तीफे के बाद खाली हुई है. पिछली बार झामुमो की इस सीट पर दावेदारी थी, सविता महतो का नाम आगे किया गया था. हालांकि इस बार पार्टी की ओर से कोई अधिकारिक घोषणा नहीं हुई है. झामुमो यह सीट आसानी से छोड़ने के लिए तैयार नहीं होगा.
31 को आयेंगे हरि प्रसाद
कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी बीके हरि प्रसाद 31 मई को रांची आयेंगे. प्रदेश प्रभारी इस मुद्दे पर झामुमो के नेताओं से बात करेंगे. प्रदेश प्रभारी के सामने झामुमो से इस सीट के लिए दावेदारी होगी. घटक दल राजद से भी समन्वय स्थापित करने की कोशिश होगी. पिछली बार राज्यसभा चुनाव में यूपीए के घटक दलों ने राजद प्रत्याशी प्रेमचंद गुप्ता का समर्थन किया था.
घटक दलों से बात होगी
इस मुद्दे पर घटक दलों से बात होगी. प्रभारी आ रहे हैं, सभी पहलुओं पर चर्चा होगी. यह सीट कांग्रेस को मिलता, तो बेहतर होता. हमारी कोशिश होगी कि जो भी हो, उसमें यूपीए के सभी घटक दलों की सहमति बने. बातचीत से रास्ता निकाला जायेगा.
सुखदेव भगत, प्रदेश अध्यक्ष कांग्रेस