रांची: शादी का झांसा देकर एक वर्ष तक यौन शोषण करनेवाले प्रेमी को महिला हेल्पलाइन ने बुधवार को शादी करने के लिए बाध्य किया. पहाड़ी मंदिर में सरिता व सुजीत की शादी करायी गयी. मौके पर दोनों के परिजनों भी मौजूद थे.
यह घटना किसी फिल्म की कहानी से कम नहीं है. बुढ़मू की रहनेवाली सरिता एक वर्ष पूर्व पुणो में घरेलू कामगार की नौकरी करती थी. उसके माता-पिता चेन्नई में काम करते हैं.
रांची में उसका अपना कोई नहीं था. पुणो में रहने के दौरान एक दिन पुंदाग से सुजीत ने मिस्स्ड कॉल किया. बातों-बातों में दोनों में दोस्ती हुई और प्यार में बदल गई. सुजीत ने शादी के वादे किये और उसे रांची बुला लिया. उस समय सरिता 17 वर्ष की थी. रांची आकर वह हरमू रोड में ही किराये के कमरे में रहने लगी. सरिता हरमू रोड स्थित एक बूटिक में सेल्स गर्ल का काम करने लगी. सरिता और सुजीत लिव इन रिलेशनशिप में रहने लगे. सुजीत गोस्सनर कॉलेज में स्नातक की पढ़ाई कर रहा था.
जब सरिता ने सुजीत से शादी के लिए कहा तो उसने इनकार कर दिया. इस बीच वह गर्भवती भी हो गयी थी. बाध्य होकर गर्भपात भी कराया. उसकी हालत दिनों दिन बदतर होने लगी. थक हार कर उसने 20 अप्रैल को महिला हेल्पलाइन से गुहार लगायी. महिला हेल्पलाइन ने दोनों के घरवालों तक बात पहुंचायी. जब सुजीत के परिवारवालों को नाबालिग से दुष्कर्म जैसे मामले का भय बनाया गया, तो वह शादी को राजी हुए. सरिता के माता-पिता की जगह उसके चाचा चाची ने शादी के लिए हामी भरी. दोनों की शादी जगरन्नाथपुर मंदिर में तय की गयी. वहां से भी पंडित का सहयोग लेकर सुजीत भाग निकला. कई दिनों तक तमाशा होता रहा. अंतत: बुधवार को महिला हेल्पलाइन की टीम और पुंदाग ओपी की सहायता से लड़के की पहाड़ी मंदिर में शादी करायी. इस दौरान लड़के के मुहल्लेवाले ने महिला हेल्प लाइन की टीम का विरोध भी किया. पुलिस फोर्स की सहायता से हेल्पलाइन ने बेसहारा सरिता को शादी के बंधन में बांध कर विदा किया. सरिता ने इस पहल के लिए महिला हेल्प लाइन के प्रति आभार प्रकट किया. सुजीत ने भी सरिता को हर खुशी देने का वादा किया.