रांची: केंद्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बन रही है. नयी सरकार पर झारखंड की नजरें भी टिकी हुई हैं. राज्य की जनता और प्रदेश के नेताओं को उम्मीद है कि झारखंड के दिन बहुरेंगे. झारखंड के क्षेत्रीय दलों के साथ-साथ भाजपा भी झारखंड को विशेष राज्य का दरजा दिलाने की मांग करती रही है.
आजसू ने इस मांग को लेकर झारखंड से दिल्ली तक आंदोलन किया. राष्ट्रपति से मिल कर अपनी बात रखी. झाविमो भी सड़कों पर उतरी. इधर, भाजपा भी झारखंड को विशेष राज्य का दरजा दिलाने को लेकर मुखर रही है. भाजपा कोर कमेटी की बैठक के बाद सात मार्च से 72 घंटे की आर्थिक नाकेबंदी की घोषणा भी कर दी गयी थी. बाद में चुनाव आचार संहिता लागू होने पर इस स्थगित कर दिया गया था.
पूर्व मुख्यमंत्री अजरुन मुंडा इस मामले में खुल कर कहते रहे हैं कि झारखंड केंद्र सरकार की उपेक्षा का दंश ङोलता रहा है. उन्होंने राष्ट्रीय विकास परिषद की बैठक में प्रधानमंत्री के समक्ष विशेष राज्य का दरजा दिलाने की मांग भी रखी थी. इसी प्रकार झारखंड में विधानसभा की सीटें बढ़ा कर 150 करने को लेकर भी भाजपा की कई बार पत्रचार हुआ है. मांगे नहीं माने जाने पर भाजपा की ओर से लगातार यूपीए गंठबंधन को कोसा जाता रहा है. यहां के सांसदों पर भी संसद में सही तरह से पक्ष नहीं रखने के भी आरोप लगते रहे हैं. अब स्थिति बदल गयी है. संसद में झारखंड के 14 से 12 सांसद भाजपा के होंगे. अब देखना है कि झारखंड को कब तक न्याय मिलता है.
झारखंड को न्याय मिलेगा : रवींद्र राय
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सह कोडरमा के नव निर्वाचित सांसद डॉ रवींद्र राय ने कहा कि पार्टी अपने स्टैंड पर कायम है. केंद्र में भाजपा की बहुमत की सरकार बननेवाली है. प्रदेश भाजपा की ओर से केंद्र में बात रखी जायेगी. झारखंड को न्याय और अधिकार मिलेगा. यहां अच्छे दिन आयेंगे.