दुमकाः लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी रहे सुनील सोरेन ने मुख्य सचिव सजल चक्रवर्ती को एक पत्र भेजा है. लोकसभा चुनाव में निर्वाची पदाधिकारी सह उपायुक्त हर्ष मंगला पर पक्षपात करने का आरोप लगाया है और उन पर कार्रवाई की मांग की है.
श्री सोरेन ने पत्र में कहा है कि मुख्यमंत्री के पिता सह झामुमो सुप्रीमो को चुनाव में जिताने का पूरा-पूरा सहयोग किया. अपने अधिकारों का उन्होंने दुरुपयोग किया है. श्री सोरेन ने कहा : चुनाव के दौरान अर्धसैनिक बलों के पदस्थापन में लापरवाही बरतने के आरोप में एसपी निर्मल कुमार मिश्र का तबादला कर दिया गया, लेकिन इसी आरोप में डीसी पद पर बने रह गये. मतगणना के समय भी झामुमो को मदद करने कर कोशिश की तथा परिणाम को प्रभावित किया.
श्री सोरेन ने यह भी आरोप लगाया है कि सीएम सह स्थानीय विधायक से परामर्श कर मतदानकर्मियों एवं अर्धसैनिक बलों के पदस्थापन के जरिये भी भाजपा को नुकसान व झामुमो को लाभ पहुंचाने की कोशिश की गयी. नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में अर्धसैनिक बल नहीं लगाया गया, जिससे शिकारीपाड़ा में नक्सली घटना हो गयी और आठ लोग शहीद हो गये.
श्री सोरेन के मुताबिक चुनाव आयोग के निर्देश के बावजूद वज्रगृह में डबल लॉक नहीं लगवाया गया था. साधारण लॉक लगाकर उसे सील कर दिया गया था. भाजपा ने आयोग से शिकायत की, तब दो दिनों के बाद दूसरा साधारण ताला लगाया गया. बकौल श्री सोरेन आयोग के निर्देश में डबल लॉक यानी दो चाबियों से खुलने वाला ताला था, लेकिन दो साधारण ताले लगवा दिये गये. उन्होंने मतगणना के दौरान अभिकर्ताओं को 17 सी पार्ट-2 प्रत्येक चक्र में नहीं दिये जाने, कई इवीएम की सील टूटी हुई रहने, मतगणना की गति धीमी कर देने जैसे आरोप लगाये हैं.