चाईबासा : सारंडा का विकास होना आवश्यक है, लेकिन विकास के लिए अपनाया जाने वाला रास्ता कहीं विनाश का कारण ना बन जाये. ऐसा मानना है भाजपा के वरिष्ठ नेता सरयू राय का. संवाददाता सम्मेलन के माध्यम से उन्होंने कहा की किसी भी देश के विकास के लिए लौह अयस्क का होना आवश्यक होता है.
लौह अयस्क का आयात-निर्यात को संतुलित रखना उतना ही आवश्यक है, इसलिए सारंडा के विकास के लिए यहां का प्लान कै सा हो इसकी रूप रेखा सुनियोजित होनी चाहिए. ताकि यहां के मूल निवासियों का भी समुचित विकास हो सके. सारंडा में लघु उद्योग को बढ़ावा देने व जीवन स्तर में सुधार करने के विषय में सोचने का समय आ गया है.
इसके अलावा इस क्षेत्र में माइंस को दायरे में रखना होगा, ताकि यहां के वन्य-जीवों को सुरक्षित रखा जा सके. सरयू राय ने कहा कि 22 मई को विश्व जैव-विविधता दिवस के दिन सेव सारंडा कैंपेन की ओर से सारंडा विमर्श संगोष्ठी का आयोजन मनोहरपुर में किया जायेगा. इसमें जिले के सभी पदाधिकारियों को तथा सारंडा के ग्रामीणों का आमंत्रित किया गया है.
इस कार्यक्रम के माध्यम से ग्रामीणों को अपनी बात कहने का मौका दिया जायेगा. इस संवाददाता सम्मेलन के दौरान संयोजक आलोक रंजन सिंह, सतीश पुरी, अजरुन बानरा, विजय अग्रवाल, दिलीप अग्रवाल, सुरेश गोप, बुधन गोप, प्रो आरके प्रधान, जीतू पांडेय, कामेश्वर विश्वकर्मा, इंद्रजीत सामड़ आदि उपस्थित थे.