गढ़वा : गढ़वा के डंडा प्रखंड स्थित कोरटा गांव में महिला प्रेमनी कुंवर की मौत हो गयी. वह घर में अकेली थी. प्रेमनी का बेटा उत्तम महतो उससे अलग रहता था. उत्तम ने बताया, उसकी मां के पास अनाज नहीं था. आठ दिनों से चूल्हा नहीं जला.
भूख से उसकी मौत हो गयी. डंडा प्रखंड प्रमुख वीरेंद्र चौधरी ने भी दावा किया है कि प्रेमनी की मौत भूख से हुई है. सूचना मिलने के बाद प्रशासन के अधिकारी जिला मुख्यालय से करीब 35 किमी दूर प्रेमनी के घर पहुंचे. उसके शव को गढ़वा सदर अस्पताल लाया गया, जहां पोस्टमार्टम हुआ. जिला प्रशासन का कहना है कि जांच के बाद ही स्पष्ट हो पायेगा कि प्रेमनी की मौत की क्या वजह थी.
डंडा प्रखंड के कोरटा गांव की घटना
नहीं मिला था अनाज
पुत्र उत्तम महतो ने बताया, उसकी मां के नाम से अंत्योदय कार्ड निर्गत है. पर नवंबर माह का अनाज नहीं मिला था. अक्तूबर में अनाज मिला था, जिसे उसने पड़ोसियों को देकर उधार चुकता किया था.
अगस्त व सितंबर महीने में अनाज नहीं मिलने के कारण उसे पड़ोसियों से अनाज उधार लेना पड़ा था. जुलाई माह से वृद्धावस्था पेंशन भी नहीं मिली थी. घर में अनाज का एक दाना भी नहीं था. 15 दिन से गांव के लोगों से मांग कर गुजारा कर रही थी. उत्तम ने बताया, वह कभी-कभी विद्यालय से बचा हुआ खाना लेकर आता था और मां को देता था़
मामले की जानकारी मिली है, एसडीओ गढ़वा के माध्यम से वास्तविकता की जांच करायी जा रही है़ डॉ नेहा अरोड़ा, उपायुक्त
पीडीएस दुकानदार व एमओ मिल कर मामले में लीपापोती करना चाह रहे है़ं मेडिकल बोर्ड गठित कर पोस्टमार्टम कराया जाये. वीरेंद्र चौधरी, डंडा प्रमुख