आनंद जायसवाल
दुमका : चुनावी दौरे की थकान रात में भले ही दिखती हो, लेकिन सुबह उतनी ही ताजगी के साथ झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन उठते हैं. उनकी दिनचर्या सुबह के पांच बजे से ही शुरू होती है. सोमवार को सुबह जगने के बाद श्री सोरेन ने योगाभ्यास किया, फिर बिना दूध वाली लाल चाय ली. विभिन्न अखबारों को देखा. फिर, नहाने के बाद कमरे के बाहर बैठे कुछ नेताओं से बातचीत की. तब तक नाश्ता तैयार हो चुका था.
गुरुजी ने सोफा पर बैठ कर ही नाश्ता लिया. धूप में चुनावी सभाएं थी और सीधे शाम में लौटना था, लिहाजा नाश्ते में रोटी ली. भिंडी की भुजिया, परवल की भुजिया, आलू-मूली की रसदार सब्जी और थोड़ा सी घुघनी (चना). नाश्ता करने के बाद गुरुजी ने कुरता पहना. तैयार हुए. बाहर नेताओं-कार्यकर्ताओं की जमघट थी, सो सबसे मिले. इस दौरान समूह चलाने वाली कुछ महिलाएं उनसे मिलने पहुंची. गुरुजी को एक पुरजा उन आदिवासी महिलाओं ने थमाया. उनसे गुरुजी ने संताली में बातचीत की, फिर पुरजा उन्होंने केंद्रीय महासचिव विजय कुमार सिंह को थमा दी. गुरुजी से मिलने पूर्व राज्यसभा सांसद संजीव कुमार, झामुमो के युवा नेता रमेश हांसदा आदि भी पहुंचे हुए थे.
कोई संघर्ष नहीं, हमहीं जितेंगे
घर के बाहर मीडिया का जमावड़ा था. शिबू सोरेन से जब पूछा गया कि उनको इस चुनाव में कितना कड़ा संघर्ष का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा: कोई अड़ा-कड़ा संघर्ष नहीं हैं. हमहीं जितेंगे. दूसरों को जितना मेहनत करना हैं, करें. हारने वाला भी जीतना चाहता है. जनता का बढ़िया रिस्पांस मिल रहा है. सब हमें जानते हैं. हम क्या कर सकते हैं, जनता भी जानती है. इसलिए हमें खुद बताने की जरूरत नहीं कि हम क्या करेंगे. एक सवाल के जवाब में कहा कि कोई मुसलमान जेवीएम में नहीं गया. कुछ लोग गये भी होंगे, तो उससे फर्क नहीं पड़ता. यह कोई नई बात नहीं है.
अलग राज्य से हुआ फायदा
उन्होंने कहा : अलग राज्य बनने से इस इलाके को बहुत फायदा हुआ. अलग राजनीति मिली. बिहार के शिकंजे से मुक्ति मिली. गरीबी खत्म होनी चाहिए. इस पर काम करने की जरूरत है. कुछ काम हुआ भी है. एक दिन में इसे खत्म नहीं किया जा सकता.
हेलीकाप्टर से की जनसभाएं
शिबू सोरेन ने हेलीकाप्टर से सोमवार को छह चुनावी जनसभाएं की. सभी जगह उन्होंने उनका भाषण छोटा-छोटा ही रहा. झारखंड राज्य के लिए किये गये आंदोलन की चर्चा चुनावी संबोधन में की. यूपीए को वोट देकर जिताने की अपील की. गरीबी मिटाने और तरक्की के लिए बच्चों-बच्चियों को पढ़ाने का आह्वान किया.
बेटे हेमंत सोरेन की भी जगह-जगह प्रशंसा की और कहा कि वे राज्य में अच्छी सरकार चला रहे हैं. जनता का काम हो रहा हे. उनकी यह जनसभाएं देवघर के मारगोमुंडा, बिराजपुर, बगदाहा, जामताड़ा जिले के चंद्रदीप स्थित जातरा मैदान, करमाटांड़ के फुकबांदी फुटबाल मैदान तथा फतेहपुर-पालाजोरी में चुनावी सभाएं निर्धारित थीं. जामताड़ा में शिबू सोरेन के साथ उनकी पत्नी रूपी सोरेन भी थीं.