-सुबह खेत में मिले शव
– नौवीं क्लास का छात्र था आदित्य गोप
– उपेंद्र महतो और जीत पाहन महतो ने इसी वर्ष दी थी मैट्रिक की परीक्षा
बेड़ोः रांची जिले के बेड़ो थाना क्षेत्र स्थित मासू गांव में तीन नाबालिग छात्रों की गोली मार कर हत्या कर दी गयी. घटना शुक्रवार रात करीब 8.30 बजे की है. मारे गये छात्रों में आदित्य गोप (15 वर्ष, पिता महावीर गोप), उपेंद्र महतो (15 वर्ष, पिता सोमरा महतो) और जीत पाहन महतो (16 वर्ष, पिता सुरेश महतो ) शामिल हैं. उपेंद्र और जीत पाहन ने इस वर्ष मैट्रिक की परीक्षा दी थी. आदित्य गोप नौवीं क्लास का छात्र था. तीनों की हत्या किसने की, इसका खुलासा नहीं हो पाया है. हालांकि ग्रामीण एसपी सुरेंद्र कुमार झा ने बताया कि शुरुआती जांच में पता चला है कि घटना में पीएलएफआइ के उग्रवादियों का हाथ है.
बेड़ो डीएसपी क्रिस्टोफर केरके ने आशंका जतायी है कि घटना को किसी उग्रवादी संगठन ने अंजाम दिया है. घटना की जानकारी शनिवार सुबह तक हुई, जब ग्रामीणों ने खेत में पड़े तीनों के शव देखे.
सूचना मिलते ही बेड़ो इंस्पेक्टर ललन ठाकुर व थाना प्रभारी शिव कुमार सिंह पुलिस बल के साथ मासू गांव पहुंचे. घटना की जानकारी ली.
पावरग्रिड में काम करते थे : ग्रामीणों ने एसपी को बताया कि तीनों युवक दोस्त थे. स्कूल की पढ़ाई करने के बाद तीनों पावरग्रिड में मजदूरी करते थे. शुक्रवार रात काम खत्म होने के बाद तीनों जीत पाहन के घर में सो गये. जीत पाहन के पिता परिवार के अन्य सदस्यों के साथ शादी समारोह में शामिल होने गुमला गये थे. जीत पाहन 10 वीं क्लास में पढ़ता भी था. जानकारी के अनुसार, रात को बारिश हो रही थी, उसी समय अज्ञात लोग वहां पहुंचे. घर का दरवाजा तोड़ कर तीनों को बाहर निकाला. इसके बाद गांव से उत्तर दिशा में करीब 100 गज दूर स्थित तालाब के पास ले गये. वहां बुधवा उरांव के खेत में तीनों के सिर में गोली मार कर हत्या कर दी. जीत पाहन को घसीट कर कुछ दूर और ले गये. इसके बाद उसके चेहरे पर बंदूक के कुंदे से प्रहार भी किया. सुबह जब ग्रामीण शौच के लिए निकले, तो तीनों के शव देखे. तीनों के मोबाइल और चप्पल घर में बिस्तर के पास से ही मिले हैं. पुलिस ने देर शाम पोस्टमार्टम करा कर शवों को परिजनों को सौंप दिया. डीएसपी और थाना प्रभारी गांव में कैंप कर रहे हैं. घटना को लेकर जीत पाहन के पिता सुरेश महतो ने बेड़ो थाने में अज्ञात उग्रवादियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है.
‘‘शुरुआती जांच में यह पता चल रहा है कि घटना को पीएलएफआइ के उग्रवादियों ने अंजाम दिया है. लेकिन अभी यह नहीं पता चल रहा है कि पीएलएफआइ ने इस घटना को क्यों अंजाम दिया है. हत्याकांड की जांच चल रही है, जल्द ही मामला खुल जायेगा.
सुरेंद्र कुमार झा, ग्रामीण एसपी, रांची
रांची-गुमला मार्ग तीन घंटे जाम
लोगों ने शवों के साथ रांची-गुमला मार्ग को जरिया मोड़ के पास तीन घंटे जाम रखा. ग्रामीण मृतक के आश्रितों को 10-10 लाख रुपये मुआवजा देने और हत्यारों को शीघ्र गिरफ्तार करने की मांग कर रहे थे. सूचना मिलने के बाद विधायक बंधु तिर्की, ग्रामीण एसपी सुरेंद्र कुमार झा और अन्य लोग जाम स्थल पहुंचे. ग्रामीणों को समझा कर जाम खत्म करवाया गया. ग्रामीण एसपी ने आश्वासन दिया कि मृतकों के परिजनों को मुआवजा दिलाया जायेगा. ग्रामीणों ने उन्हें सीएम के नाम छह सूत्री मांग पत्र भी सौंपा.
इसमें 48 घंटे में दोषियों को गिरफ्तार करने, परिजनों को 10-10 लाख मुआवजा, सरकारी नौकरी व इंदिरा आवास देने और पुलिस पिकेट बनाने की मांग की गयी है.