रांची/लोहरदगा:एसपी कार्तिक एस ने लोहरदगा के भोले-भाले लड़कियों को बहला-फुसला कर महानगरों में ले जाकर बेचनेवाले गिरोह का पर्दाफाश किया है. इस मामले में तीन लोगों को दिल्ली से गिरफ्तार कर लोहरदगा जेल भेजा गया है.
एसपी ने बताया कि आठ अगस्त को चार नाबालिग बच्चियों के लापता होने की सूचना पर सेन्हा थाना में मामला दर्ज किया गया था. बच्चियों की खोज के लिए एसपी कार्तिक एस तथा डीएसपी आशीष कुमार महली के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया. इस कांड में संलिप्त मानव तस्कर गिरोह के सदस्य रांची जिला के लापुंग थाना क्षेत्र के पुरना टोली के रहनेवाले हैं. इनमें स्व जीतवाहन मुंडा की पत्नी सुशांति केरकेट्टा व खेदू लालगंज निवासी रवींद्र साहू की पत्नी रेखा देवी तथा खूंटी के रनिया थाना मनाहातू निवासी जगदीश सिंह का पुत्र दिलीप सिंह शामिल हैं.
पुलिस द्वारा पूछताछ के क्रम में इनके द्वारा मानव तस्करी किये जाने से संबंधित बातों का खुलासा हुआ. उनके बताये अनुसार इनके द्वारा दिल्ली में चलाये जा रहे प्रियंका ओमजी सर्विस सेंटर नामक प्लेसमेंट से संबंधित दस्तावेज जब्त किये गये. दस्तावेज में अपहृत नाबालिग बच्चियों का भी नाम था. इसमें नाबालिग बच्चियों की उम्र बढ़ा कर उन्हें बालिग दिखाया गया है. उनके बताये अनुसार तथा दस्तावेज के आधार पर इस कांड में अपहृत तीन बच्चियों को सकुशल दिल्ली की विभिन्न जगहों से बरामद किया गया. अपहृत एक बच्ची के दिल्ली में ही आत्महत्या कर लेने की बात प्रकाश में आयी है.
इस संदर्भ में विवेक नगर थाना, दिल्ली में केस दर्ज है. गिरोह के लोग अपहृत बच्चियों को बहला-फुसलाकर विभिन्न जगहों पर काम पर लगाते थे, जहां से मोटी रकम वसूलते थे. बरामद अपहृत बच्चियों ने उक्त व्यक्तियों द्वारा बहला-फुसलाकर दिल्ली ले जाकर काम पर लगाये जाने की बात कही है. इसके बाद तीनों व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया. छापामारी दल द्वारा अपहृत तीन बच्ची, प्लेसमेंट से संबंधित दस्तावेज व पांच मोबाइल सेट बरामद किया गया. छापामारी दल में डीएसपी आशीष कुमार महली, इंस्पेक्टर जेपीएन चौधरी, सेन्हा थाना प्रभारी जगरनाथ उरांव, मिथलेश कुमार सिंह, महिला आरक्षी सुषमा एक्का, कौशल्या तिग्गा आदि शामिल थे.