रांची: सीबीआइ के एसडीजेएम एसबी ओझा की अदालत में सीबीआइ ने आरसी-15 (एस) संजीवनी बिल्डकॉन प्राइवेट लिमिटेड के नामकुम थाने में दर्ज कांड संख्या 108/12 के मामले में क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की.
रिपोर्ट में कहा गया है कि यह आपराधिक नहीं, बल्कि दीवानी प्रकृति का मामला है. इस मामले में सीबीआइ ने सात अगस्त 2013 को प्राथमिकी दर्ज की थी. मामला नामकुम के सरवल मौजा के 10.78 एकड़ जमीन से संबंधित है. मलटी गांव निवासी राणा उरांव ने नामकुम थाने में संजीवनी बिल्डकॉन के एमडी जेडी नंदी, राम प्रसाद वर्मा, कुलदीप सिंह, मनीष कुमार नाग, अजय प्रसाद व अन्य पर प्राथमिकी दर्ज करायी थी.
इस मामले में सीबीआइ की ओर से तरुण कुमार सिन्हा अनुसंधानकर्ता थे. सीबीआइ के पास संजीवनी बिल्डकॉन के 28 मामले हैं. इसमें लोअर बाजार व नामकुम थाने के एक और मामले में सीबीआइ की ओर से क्लोजर रिपोर्ट सौंपी गयी है. अन्य मामलों की जांच चल रही है.
राजधानी में दर्ज हैं 22 मामले
वर्ष 2012 में रांची सहित अन्य जिलों में कुल 32 मामले दर्ज किये गये थे. लालपुर, सदर, गोंदा, जगन्नाथपुर, पुंदाग, लोअर बाजार, मेसरा और कोतवाली सहित अन्य थानों में बिल्डर के विरुद्ध 22 मामले दर्ज हैं.
कहां-कहां है संजीवनी बिल्डकॉम की प्रोपर्टी
ओरमांझी, पिठोरिया, पुदांग, बूटी रोड, बरियातू, गोंदा, नामकुम, रातू, मेसरा के अलावा विभिन्न जगहों पर करीब 200 एकड़ जमीन.
हजारीबाग में 25 एकड़ जमीन के अलावा एक बड़ा घर.
रायपुर के वाटर पार्क में पार्टनरशिप के अलावा 3.35 एकड़ जमीन.
रायपुर में एक बंगला, बंसल प्लाजा में दो शांपिंग मॉल के अलावा दो फ्लैट, बेंगलुरु में फ्लैट
बोकारो में करीब 19 एकड़ जमीन, धनबाद में एक फ्लैट.
विदेश में करोड़ों रुपये का निवेश.
जमीन करोबारियों को किया गया भुगतान-12 करोड़ रुपये.
विभिन्न मदों से प्राप्त आय लगभग 20 करोड़.
धोखाधड़ी के 32 प्राथमिकी के मुताबिक मिले रुपये-20. 50 करोड़.
रांची में बिल्डरों के फ्लैट .
संजीवनी बिल्डकॉन के पास 300 करोड़ की संपत्ति
कंस्ट्रक्शन कंपनी संजीविनी बिल्डकॉन के पास करीब 300 करोड़ रुपये की संपत्ति है. इनमें 200 करोड़ की जमीन व झारखंड सहित दूसरे राज्य में बनाये गये अपार्टमेंट और मॉल हैं. इसका आंकलन विशेष अनुसंधान दस्ता (एसआइटी) में शामिल अधिकारियों ने किया था .