सरैयाहाट: सरैयाहाट थाना के बुढ़ीझिलुआ गांव में एक मां ने ममता को ही शर्मसार कर देनी वाली घटना को अंजाम दिया है. खुद अपने कलेजे के टुकड़े को बेरहमी से मार कर तालाब में फेंक दिया और फरार हो गयी. मिली जानकारी के मुताबिक, ऐसी अमानवीय कृत्य को अंजाम देनेवाली ललिता देवी का उसकी सास के साथ कुछ आपसी विवाद हुआ था, जिसके बाद वह अपने दो छोटे-छोटे बच्चों को लेकर फरार हो गयी थी. परिजनों ने बताया कि ललिता पहले भी लड़ाई-झगड़ा कर घर से कई बार भाग चुकी है.
परिवार वालों का आशंका है कि ललिता ने ही दोनों बच्चों की हत्या की है. घटना का खुलासा तब हुआ, जब शनिवार को गांव के पास के एक तालाब में ग्रामीणों ने दो बच्चे के शव को तैरते हुए देखा. यह खबर पूरे गांव में फैल गयी. ग्रामीणों ने मिल कर उन बच्चों के शवों को तालाब से निकाला. उसकी पहचान सिकंदर मंडल के दो वर्षीय पुत्र शिवन मंडल व पांच वर्षीय पुत्री प्रीति कुमारी के रूप में की गयी.
जमशेदपुर में मजदूरी का काम करता है पिता : ग्रामीण व उनके परिजनों का कहना है कि बच्चे के पिता जमशेदपुर में मजदूरी का काम करता है. दो दिन पहले ही वह गांव से वापस जमशेदपुर अपने काम पर गया है. बच्चे की मां ललिता देवी अक्सर बिना कहे गायब हो जाती थी. शुक्रवार को भी जब वह बच्चों को लेकर गयी थी, तब लोगों ने उतना गंभीरता से नहीं लिया था. बहरहाल पुलिस ने दोनों बच्चे के शव को अपने कब्जे में ले लिया है तथा थाने ले आयी है. थाना प्रभारी महेश प्रसाद सिंह ने बताया कि उक्त महिला व उसके सास के बीच खाना बनाने को लेकर कहा-सुनी हुई थी. उसके बाद से वह अपने दोनों बच्चों के साथ घर से गायब हो गयी. आशंका है कि मां ने ही बच्चों की हत्या कर दी है. हालांकि पुलिस अनुसंधान चल रहा है.
रानीश्वर » पोते को बचाने में दादी ने भी गंवाई जान
दुमका जिले के रानीश्वर थाना क्षेत्र की सालतोला पंचायत के तिलाबुनी गांव के बारी टोला में डोभा में स्नान करने के दौरान अपने पोता को डूबते देख उसे बचाने में दादी की भी जान चली गयी. हादसे में दोनों की मौत हो गयी. घटना देर शाम की है. मिली जानकारी के अनुसार, बारी टोले के सात वर्षीय मूक-बधीर हीरालाल सोरेन घर के पास डोभा के स्नान करने गया था. उसी क्रम में वह गहरे पानी में चले जाने से डूब गया. उसे बचाने के क्रम में उसकी दादी धनमुनि हांसदा (65) भी पानी में डूब गयी. दोनों की पानी में डूब जाने से मौत हो गयी. जिस समय दोनों पानी में डूबे थे, उस वक्त आसपास कोई नहीं था. परिजनों को जब खबर मिली, तब तक डूबने से दोनों की मौत हो चुकी थी.