रांची: एक्सआइएसएस का 53वां दीक्षांत समारोह बुधवार को मनाया गया. इस दौरान ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट, रूरल मैनेजमेंट, फाइनांस मैनेजमेंट, मार्केटिंग मैनेजमेंट व इंफॉर्मेशन मैनेजमेंट के 299 विद्यार्थियों को डिग्री-डिप्लोमा प्रदान किये गये. सात विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल मिले. इनमें से पांच छात्राएं शामिल हैं.
प्रथम फादर बोगार्ट मेमोरियल अवार्ड : प्रबंधन के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले संस्थान के पूर्ववर्ती छात्र अशोक सिंह को प्रथम फादर एमवीडी बोगार्ट मेमोरियल अवार्ड से सम्मानित किया गया. वे जेफर लिमिटेड के सीएमडी हैं. टेलीकॉम नेटवर्क से जुड़ी इस कंपनी को वर्ष 2012 व 2013 में टेलीकॉम नेटवर्क के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजा गया. यह कंपनी आठ राज्यों में यूआइडीएआइ (आधार) की इनरोलमेंट एजेंसी है.
अधिकतम पैकेज 13.25 लाख : संस्थान के निदेशक फादर एलेक्स एक्का ने बताया कि संस्थान के 160 विद्यार्थियों का कैंपस सेलेक्शन हुआ है. अधिकतम पैकज 13.25 लाख रुपये प्रतिवर्ष का रहा.
पुरस्कृत होने वाले अन्य विद्यार्थी : तुलिका चटर्जी को स्व अनर्व राय बेस्ट कम्यूनिकेशन अवार्ड (10,000) से नवाजा गया. निमल्र्य बिस्वाल को ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट में तृतीय स्थान हासिल करने पर 5000 रुपये का उन्नी कृष्णन बुक अवार्ड दिया गया. सिल्वर मेडल पाने वालों में अलकानंदा भट्टाचार्जी (एचआरएम, दो ब्रांज मेडल), जसलीन कौर सग्गू (एचआरएम), रिनी अब्राहम (रूरल मैनेजमेंट), रितु सिंह (बेस्ट रूरल वर्क), मंशदीप कौर (आइटी), मनाली (मार्केटिंग) व मेघा चौधरी (फाइनांस) शामिल थीं. वहीं, ब्रांज मेडल पाने वालों में निर्मल्य बिस्वाल (एचआरएम), अभिलाषा रॉय (रूरल मैनेजमेंट), अंशु मुखर्जी (आइटी), शिवि श्रीवास्तव (मार्केटिंग) व अंकिता मलहोत्र (फाइनांस) शामिल हैं.
अधिकार मूलक विकास जरूरी : एसएम विजयानंद
मुख्य अतिथि केंद्रीय ग्रामीण विकास विभाग के एडिशनल सेक्रेटरी एसएम विजयानंद ने कहा कि अधिकार मूलक विकास समय की मांग है. अर्थव्यवस्था और राजनीति में मानवता का ध्यान रखना आवश्यक है. हाशिये पर खड़े लोगों को बाजार की तरह नहीं, बल्कि इनसान के रूप में देखें. वे मात्र आंकड़े, वोट बैंक या दया के पात्र नहीं हैं. उनके भी सपने हैं. वही राष्ट्र सभ्य समझा जाता है, जहां अधिकार व न्याय के बीच फासला कम होता है. अधिकार मूलक विकास पर ध्यान केंद्रित करें. उन्होंने कहा कि स्थानीय निकायों के बिना दुनिया में कहीं भी विकास नहीं हुआ है. गरीबों के सशक्तीकरण के लिए ग्रामीण संगठन, इकोलॉजिकल कैपिटल, राजनीतिक पूंजी, नागरिक पूंजी जैसी बातें महत्वपूर्ण हैं. झारखंड में करने को बहुत कुछ है. अपने काम के प्रति जुनून रखें.
वार्षिकांक का लोकार्पण : समारोह में वार्षिकांक एक्सिस -2014, झारखंड जर्नल ऑफ डेवलपमेंट एंड मैनेजमेंट स्टडीज, डेवलपमेंट इनीशिएटिव्स ऑफ एक्सआइएसएस और पार्टिसिपेट्री रिपोर्ट ऑन सिमलिया विजेज’ का लोकार्पण हुआ.