यशवंत सिन्हा ने कहा, लोकनाथ व सौरभ अपने कार्यो का
हजारीबाग : भाजपा नेता सह सांसद यशवंत सिन्हा ने कहा कि चुनाव लड़ रहे प्रत्याशी लोकनाथ महतो और सौरभ नारायण सिंह को विधायक के रूप में अपने कामों का रिपोर्ट कार्ड जनता व मीडिया के सामने लाना चाहिए. सांसद के रूप में जो काम किया हूं उसे मैं जनता और मीडिया के सामने पेश कर रहा हूं. श्री सिन्हा ने बुधवार को भाजपा कार्यालय में पत्रकार सम्मेलन किया.
उन्होंने कहा कि जो लोग कह रहे हैं कि सांसद ने कोई काम नहीं किया. उनसे हम पूछना चाहते हैं कि हजारीबाग में रेलवे रिजर्वेशन काउंटर,कोडरमा- हजारीबाग-रांची रेलवे लाइन, जीटी रोड फोर लेन,रामगढ़ भाया पतरातू फोर लेन समेत सैकड़ों काम की सूची जारी कर रहा हूं. यह काम किसने करवाया. हजारीबाग का एक-एक बच्च यह जानता है कि यह काम किसने करवाया.
श्री सिन्हा ने कहा कि जयंत सिन्हा की ईमानदारी का डंका देश में ही नहीं विदेशों में भी बजा है. हावर्ड बिजनेस स्कूल अमेरिका के दीक्षांत समोराह में डीन ने जयंत के बारे में कहा था कि जयंत का एक उत्कृष्ट शैक्षणिक रिकार्ड तो रहा ही है.हमने उसका चयन बेकर स्कॉलर पुरस्कार के लिए किया. उसकी ईमानदारी, सच्चई,संस्कार व चरित्र का प्रदर्शन हुआ. जो एमबीए की डिग्री के लिए महत्वपूर्ण होता है. अपने कार्यो से उसने अपने को विशिष्ट तो बनाया ही साथ ही हमे गौरवांवित भी किया है. श्री सिन्हा ने डीन के बयानों की प्रति भी मीडिया को उपलब्ध कराया. ईमानदारी और भ्रष्टाचार के चुनावी मुद्दे में जयंत का कोई मुकाबला नहीं है.
श्री सिन्हा ने बाबूलाल मरांडी पर मिथ्या प्रचार करने का आरोप लगाया. कहा कि कोडरमा-हजारीबाग-रांची रेलवे लाइन में बजट के प्रावधान की बातों को जनता के बीच सस्ती लोकप्रियता के लिए तोड़-मरोड़ कर रख रहे हैं. श्री मरांडी बेहतर तरीके से जानते हैं कि किसी भी रेलवे परियोजना का बजट के लिए वित्त मंत्रलय एक बार राशि उपलब्ध कराती है. किसी योजना विशेष को लेकर राशि उपलब्ध नहीं करायी जाती है. उन्होंने कहा कि 1991 में रेलवे के अंतरिम बजट और 1998 में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार के रेलवे बजट में हजारीबाग परियोजना को शामिल किया गया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने कभी भी हजारीबाग रेलवे परियोजना के लिए रेलवे बजट में प्रावधान नहीं किया.
श्री सिन्हा ने सौरभ नारायण सिंह से पूछा है कि हजारीबाग में रेलवे को लाने के लिए कितनी बार रेल मंत्री, वित्त मंत्री या प्रधानमंत्री से मिले. पदमा में साई सेंटर केंद्र में कांग्रेस की सरकार के बावजूद क्यों नहीं शुरू किया गया .हमने जो ट्रेनिंग सेंटर हजारीबाग में खोला उसे यूपीए की सरकार ने हटा दिया. श्री सिन्हा ने कहा कि लोकसभा में विपक्ष की आवाज बना हूं. प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह शर्मल शेख में पाकिस्तान के साथ समझौता किया था. जिसमें बलूचिस्तान में अस्थिरता के लिए भारत की भूमिका शामिल थी.
इस मुद्दे का लोकसभा में जोरदार ढंग से विरोध किया. प्रधानमंत्री से कहा कि सात समंदर का पानी भी इस समझौते की गलती को धो नहीं सकता. सरकार ने अंत में समझौता को रद्द किया. ऐसे सैकड़ों मुद्दों पर लोकसभा में अपनी भूमिका को स्थापित किया. सांसद के रूप में अपने क्षेत्र में अन्य सांसदों से ज्यादा काम किया हूं. जिसका लिखित दस्तावेज भी मीडिया को उपलब्ध करा रहा हूं. श्री सिन्हा ने कहा कि दूसरे दलों के पास कोई विकास का मुद्दा नहीं है. प्रत्याशी नहीं होने के बावजूद यशवंत सिन्हा को लक्ष्य करके जनता को दिग्भ्रमित किया जा रहा है. जिस प्रत्याशी के पास दो करोड़ रुपये की संपत्ति है,भ्रष्ट पार्टी में शामिल है वह अपने को गांधी बता रहा है.