रांची: जगन्नाथपुर पुलिस ने नक्सलियों और उग्रवादियों के नाम पर सीसीएल के कर्मचारियों और अधिकारियों से लेवी मांगने के मामले में डकरा निवासी सीसीएल कर्मचारी अरुण राम को गिरफ्तार कर लिया है. उसकी गिरफ्तारी पंडरा ओपी क्षेत्र के रिवर साइड कॉलोनी स्थित एक घर से हुई है.
पुलिस ने उसके पास से लेवी में वसूले गये कुल 80 हजार रुपये, चार मोबाइल और दो सिम बरामद किये गये हैं. यह जानकारी शनिवार को संवाददाता सम्मेलन में सिटी एसपी अनूप बिरथरे ने दी. सिटी एसपी के अनुसार गिरफ्तारी से पूर्व अरुण कई लोगों से बड़े कुंदन पाहन, नकुल यादव और पीएलएफआइ के उग्रवादी दिनेश गोप के नाम पर लेवी के लिए फोन करता था. कुछ लोगों से वह लेवी की वसूली भी कर चुका था.
खलारी के ठेकेदार से मांगी थी लेवी
एक पुलिस पदाधिकारी के अनुसार अरुण राम ने एक बार खलारी के एक ठेकेदार से लेवी मांगी. जब अरुण राम लेवी लेने पहुंचा, तब ठेकेदार ने अरुण राम से कहा, वह उग्रवादी कारगिल यादव को तीन लाख रुपये दे चुका है. सिटी एसपी के अनुसार अरुण राम ने सीसीएल के किन-किन लोगों से लेवी की वसूली की है, इसकी जांच चल रही है. अब तक छह लोगों से लेवी मांगे जाने की बात सामने आयी है.
सीसीएल में नौकरी कैसे मिली, होगी जांच
सिटी एसपी अनूप बिरथरे ने बताया कि अरुण राम को करीब तीन साल पहले पिता की मौत के बाद अनुकंपा पर सीसीएल में नौकरी मिली थी. गिरफ्तारी से पूर्व वह दरभंगा हाउस में पदस्थापित था. नौकरी में आने से पूर्व अरुण वर्ष 2005 में रांची से एक युवती के अपहरण के मामले में जेल गया था. वह वर्ष 2006 में रांची से ही रंगदारी के एक केस में जेल गया था. वर्ष 2009 में रंगदारी मांगने के आरोप में हजारीबाग पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा था. वर्ष 2010 में उसके पास से एक मोबाइल भी बरामद हुआ था. सिटी एसपी के अनुसार अपराधी प्रवृत्ति के युवक को सीसीएल में कैसे नौकरी मिली, इसकी जांच होगी.