केवी सुरदा को बचाने के लिए गोलबंदी
घाटशिला : केंद्रीय विद्यालय सुरदा को बंद करने के विरोध में सोमवार को विद्यार्थियों और अभिभावकों ने मौन जुलूस निकाला. इस दौरान विद्यार्थी नारे लिखे पोस्टर हाथ में लिये हुए थे. पोस्टर में स्कूल बंद करने का आदेश वापस लेने की मांग लिखी हुई थी.
मौन जुलूस में शामिल विद्यार्थियों ने पैदल पांच किलोमीटर की दूरी तय की. इसके बाद एक प्रतिनिधि मंडल एसडीओ गिरिजा शंकर प्रसाद से मिला और उन्हें केंद्रीय विद्यालय संगठन नयी दिल्ली के आयुक्त अभिषेक दीक्षित के नाम केवी सुरदा को बंद करने का आदेश वापस लेने संबंधी मांग पत्र सौंपा.
लोगों को एसडीओ ने रोका
जैसे ही जुलूस आंबेडकर चौक के पास पहुंचा. जुलूस में शामिल अभिभावकों को एसडीओ गिरिजा शंकर प्रसाद ने रोक दिया और उनसे कहा कि अभी आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू है. उन्होंने बताया कि मौन जुलूस के लिए एसडीओ को जो आवेदन दिया गया था, उसमें अनुमंडल कार्यालय की जगह सिविल कोर्ट का जिक्र है, इसलिए वे स्वीकृत रूट के मुताबिक सिविल कोर्ट जायें और वहां से पांच सदस्यीय दल ज्ञापन सौंपने के लिए उनके पास आये. एसडीओ को ज्ञापन सौंपनेवाले प्रतिनिधिमंडल में जिप सदस्य राजू कर्मकार, सुभाष मिश्र, पिंकी देवी, शोभा देवी, संजय साह शामिल थे.
भेजी गयी जांच रिपोर्ट
राज्यसभा सांसद डॉ प्रदीप कुमार बलमुचु सोमवार को केवी सुरदा मामले में उपायुक्त से मिले और चर्चा की. श्री बलमुचु के अनुसार केंद्रीय विद्यालय के क्षेत्रीय कार्यालय रांची और नयी दिल्ली कार्यालय को डीसी द्वारा गठित जांच दल की रिपोर्ट भेज दी गयी है. अभियंताओं की टीम ने विद्यालय भवन की स्थिति पर रिपोर्ट दी है, जिसमें 33 कमरों को दुरुस्त बताते हुए कहा है कि वहां स्कूल संचालन किया जा सकता है. रिपोर्ट 24 मार्च को भेजी गयी है.