बताया जाता है कि नक्सलियों ने पुलिस मुखबिरी के आरोप में विजय की हत्या की है. विजय बर्णवाल पूर्व में नक्सली संगठन से जुड़ा रहा है. बताया जाता है कि नक्सल से संबंधित कई मामले इसके खिलाफ विभिन्न थानों में दर्ज हैं. विजय गिरिडीह में किराये के मकान में रहता था. परिवार के सदस्य फिलहाल चतरो में रहते हैं.
गुरुवार को वह चतरो स्थित घर आया था. उसी दिन दोपहर को किसी काम से जाने की बात कह कर घर से निकला. घर से निकलने के बाद गिरिडीह गया. शुक्रवार गिरिडीह से चकाई इलाके के बिचकोड़वा गांव जाने की जानकारी है. बिचकोड़वा गांव जाने के बाद कहां गया कुछ पता नहीं चला. शनिवार की सुबह में माओवादियों द्वारा हत्या कर दिये जाने की सूचना मिली.