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200 अपराधियों ने गांव घेरा दो सगे भाइयों की हत्या की
एक भाई को लाठी से पीट कर अधमरा किया हेंदेगीर घटना का बदला लेने की बात सामने आयी वरदी पहने व हथियारों से लैस थे अपराधी किसी संगठन ने नहीं ली है घटना की जिम्मेवारी पुलिस ने आसपास के क्षेत्रों में सर्च अभियान शुरू किया रांची/पिपरवार : थाना क्षेत्र के झोलंडीहा गांव में शनिवार की […]
एक भाई को लाठी से पीट कर अधमरा किया
हेंदेगीर घटना का बदला लेने की बात सामने आयी
वरदी पहने व हथियारों से लैस थे अपराधी
किसी संगठन ने नहीं ली है घटना की जिम्मेवारी
पुलिस ने आसपास के क्षेत्रों में सर्च अभियान शुरू किया
रांची/पिपरवार : थाना क्षेत्र के झोलंडीहा गांव में शनिवार की रात अपराधियों ने दो सगे भाइयों मुन्ना उरांव (35 वर्ष) व नागेश्वर उरांव (26) की गोली मारकर हत्या कर दी. एक अन्य भाई जागेश्वर उरांव उर्फ भोला उरांव (30 वर्ष) को लाठी से पीट-पीट कर अधमरा कर दिया. नक्सलियों ने जेसीबी से उनके एक घर को ध्वस्त कर दिया, जबकि थोड़ी दूर पर अवस्थित दूसरे घर में आग लगा दी. लोग दबी जुबान से 21 मई को हेंदेगीर में उग्रवादी संगठन टीएसपीसी के सात सदस्यों की हत्या व 23 हथियारों की लूट को लेकर बदले की कार्रवाई बता रहे हैं. मुन्ना उरांव व नागेश्वर उरांव हेंदेगीर घटना के कथित आरोपी मुनेश्वर उरांव के सगे भाई हैं.
पिपरवार पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर अंत्यपरीक्षण हेतु चतरा भेज दिया है.गांव को चारों तरफ से घेर कर मचाया उत्पात : घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार शनिवार की रात्रि 12 से एक बजे के बीच दो सौ से अधिक वरदीधारी हथियारबंद लोगों नेे गांव को चारों ओर से घेर लिया. इसके बाद मुन्ना उरांव के घर पर पहुंच कर दरवाजा खुलवाया. घर में मौजूद सभी सदस्यों को बाहर कर दिया. परिजनों से मुनेश्वर उरांव के संबंध में पूछताछ करने के बाद अपने साथ लाये जेसीबी मशीन से घर को ध्वस्त कर दिया. थोड़ी दूर पर अवस्थित दूसरे घर को आग लगा दी. इसके बाद महिलाओं व बच्चों को वहां से भगा दिया. फिर कटहल पेड़ के नीचे तीनों भाई की लाठियों से पिटाई की गयी. जागेश्वर उरांव को मरा समझ कर छोड़ दिया, जबकि मुन्ना उरांव व नागेश्वर उरांव को गोली मार दी.
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल : घटना के बाद परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. एक साथ परिवार के दो सदस्यों की हत्या हो जाने से हाहाकार मचा है. बड़ा भाई मुन्ना उरांव कारपेंटर व छोटा भाई नागेश्वर उरांव ईंट भट्ठा में मजदूरी करता था. पान दुकान चलानेवाले एक भाई जागेश्वर उरांव की हालत चिंताजनक है. उसे इलाज के लिए रिम्स में भरती कराया गया है. परिवार के पास घर तो नहीं रहा, अब इलाज कराने के लिए भी पैसे नहीं हैं.
कुछ भी बोलना नहीं चाह रहे थे ग्रामीण
झोलंडीहा में दो हत्याओं से सहमे ग्रामीण कुछ भी बोलना नहीं चाह रहे हैं. हालांकि कुछ लोग दबी जुबान से हेंदेगीर घटना को लेकर बदले की कार्रवाई बता रहे हैं. फिर भी हेंदगीर घटना के दोषी मुनेश्वर उरांव के परिजनों को इस तरह की सजा देना कहीं से भी उचित नहीं मान रहे हैं.
चतरा एसपी अंजनी कुमार ने घटना की जांच के बाद प्रथम दृष्टया टीएसपीसी द्वारा दोनों भाई की हत्या करने की आशंका जतायी है. उन्होंने कहा कि आसपास के क्षेत्रे में सर्च अभियान चलाया जा रहा है. खबर लिखे जाने तक टीएसपीसी ने घटना की जिम्मेवारी नहीं ली थी.
क्या हुआ था हेंदेगीर में
21 मई को तड़के हेंदेगीर जंगल में टीएसपीसी के छह सदस्य जब सो रहे थे, उसी समय गोली मार कर उनकी हत्या कर दी गयी थी. हत्या के बाद कुल 23 अत्याधुनिक हथियार सहित लाखों रुपये लेकर चंपत हो जाने का आरोप संगठन के ही मुनेश्वर उरांव सहित पांच लोगों पर लगा था.
मृतकों में सब जोनल कमांडर सागरजी उर्फ दलालजी, मनीषजी, जॉनसन, डोमनजी, डब्ल्यू जी व सीटनजी का नाम शामिल है. बाद में एक और उग्रवादी की इलाज के दौरान मौत हो गयी थी. संगठन के छोटानागपुर जोन के प्रवक्ता विक्रांतजी ने उग्रवादियों के साथ मिल कर घटना को अंजाम देने का आरोप लगाया था.
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