हाजीपुर : गोरौल के सोंधो गांव के विशाल की हत्या किसी और ने नहीं बल्कि उसके बचपन के दोस्तों ने ही महज तीन हजार रुपये को लेकर कर दी. इसका खुलासा तब हुआ, जब इस हत्या की गुत्थी को सुलझाते हुए पुलिस ने मृतक के गांव के ही पांच साथियों को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की. पुलिस ने एक रणनीति बनायी, जिसमें विशाल के परिजनों को शामिल किया गया. विशाल के अपहरण कर लिये जाने और छोड़ने के एवज में 20 लाख की फिरौती मांगी जा रही थी.
पुलिस के इशारे पर परिजनों ने फिरौती मांगने वाले व्यक्ति को गोरौल में एक चिह्नित स्थान पर बुलाया. जैसे ही वहां उमेश पहुंचा, पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. उमेश ने पुलिस को विशाल की हत्या कर शव को मुजफ्फरपुर के रोहुआ के पास फेंकने की जानकारी दी. उमेश की निशानदेही पर पहले उसके अन्य साथी सकलदीप पासवान, नीरज कुमार, उमाशंकर कुमार और सुभाष को गिरफ्तार कर लिया. हत्यारों ने बताया कि बीते 30 सितंबर को सभी छह साथी सिनेमा देखने के लिए मुजफ्फरपुर गये थे. सिनेमा देखने के बाद सभी मिल बैठ कर खाया-पिया. इसी दौरान उमेश ने बकाया तीन हजार रुपये की मांग की. इसी विवाद को लेकर पहले नोक-झोंक हुई और गुस्से में आकर उमेश ने उस पर चाकू से प्रहार कर दिया.