ऐतिहासिक निर्णय, बदलेगी फिजा
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सराहनीय. पूर्ण शराबबंदी से सूबे के विकास में आयेगी तेजी, होगा बहुआयामी प्रभाव
ऐतिहासिक निर्णय, बदलेगी फिजा स्वार्थ के कारण कुछ लोग कर रहे हैं पूर्ण शराबबंदी का विरोध मंगलवार को सूबे की सरकार ने पूर्ण शराबबंदी की घोषणा कर एक बड़े तबके को सुकून दिया. इस घोषणा की सर्वत्र प्रशंसा हो रही है. लोगों ने सरकार के इस निर्णय को ऐतिहासिक करार दिया है. लोगों का कहना […]
स्वार्थ के कारण कुछ लोग कर रहे हैं पूर्ण शराबबंदी का विरोध
मंगलवार को सूबे की सरकार ने पूर्ण शराबबंदी की घोषणा कर एक बड़े तबके को सुकून दिया. इस घोषणा की सर्वत्र प्रशंसा हो रही है. लोगों ने सरकार के इस निर्णय को ऐतिहासिक करार दिया है. लोगों का कहना है कि सूबे का विकास अब तेजी से होगा.
हाजीपुर : राज्य सरकार द्वारा घोषित पूर्ण शराबबंदी का अधिकतर लोग जहां समर्थन कर रहे हैं, वहीं निहित स्वार्थ के कारण कुछ लोग इसका विरोध कर रहे हैं.
समर्थन और विरोध कर रहे लोगों के अपने-अपने तर्क हैं. पूर्ण शराबबंदी का समर्थन कर रहे लोगों का मानना है कि इसका बहुआयामी असर दिखेगा और बिहार के विकास की गति तेज होगी. शराबबंदी का विरोध कर रहे लोग मौन विरोध कर रहे हैं और सामाजिक दवाब के कारण मौन हैं.
घटेगा अपराध का ग्राफ : शराबबंदी होने के साथ ही सूबे में अपराध का ग्राफ घटेगा और जन जीवन में सुधार आयेगा. विशेषज्ञों का मानना है कि अधिकतर नये अपराधी अपराध करने के पूर्व और बाद अपराध का सेवन करते हैं. यदि शराबबंदी सफल हो गयी, तो अपराध का ग्राफ काफी नीचे आ सकता है. शराबबंदी होने के बाद नये युवाओं का अपराध की ओर कदम नहीं बढ़ेगा, क्योंकि अधिकतर किशोर एवं युवा शराब आदि के लिए ही अपराध की ओर कदम बढ़ाते हैं.
घटेगा स्वास्थ्य व्यय : गरीब एवं कमजोर आय वर्ग के लोग घटिया स्तर के शराब पीकर अपनी जिंदगी को दावं पर लगा देते हैं. इसके बाद उनके परिवार को उनके स्वास्थ्य के लिए काफी राशि व्यय करना पड़ता है. इस कारण उनके परिवार का विकास बाधित होता है और उनके बच्चों की शिक्षा आदि पर कुप्रभाव पड़ता है. शराबबंदी होने से इस पर रोक लगेगी और उनका विकास होगा.
होगा आर्थिक विकास : जो कम आय वर्ग के लोग अपनी आय का ज्यादातार हिस्सा शराब पर व्यय कर देते थे, शराबबंदी होने के बाद वे अपनी आय का उपयोग परिवार के विकास के लिए करेंगे, जिससे उनका तेजी से विकास होगा. इस तरह बिहार के विकास का एक नया अध्याय लिखा जायेगा.
बाइक दुर्घटनाओं की संख्या में आयेगी कमी : आधे-अधूरे चार दिन की शराबबंदी के दौरान जिले के विभिन्न इलाकों में बाइक दुर्घटनाओं में आयी कमी से ही यह सहज अंदाज लगाया जा सकता है कि पूर्ण शराबबंदी के बाद दुर्घटनाओं में कमी आयेगी और सड़कों पर चलना पहले से ज्यादा सुरक्षित होगा. बाइक दुर्घटनाओं की कमी से जन-जीवन सुरक्षित होगा.
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