महुआ सदर : अनुमंडल क्षेत्र के गोरौल प्रखंड अंतर्गत पिरोई समसुद्दीन पंचायत में 21 वीं सदी में भी पंचायत की 80 प्रतिशत आबादी खुले में शौच जाने को विवश है. इसके विरुद्ध पंचायत की सरिता साह के नेतृत्व में महिला, बुजूर्ग, युवा एवं बच्चों ने पीएचइडी के पदाधिकारियों एवं स्थानीय मुखिया के विरुद्ध स्थानीय मध्य विद्यालय में एकजुट होकर नारेबाजी करते हुए अविलंब शौचालय बनाये जाने की राशि दिये जाने की मांग की.
नारेबाजी कर रही महिला चिंता देवी, मिंता देवी, दुर्गा देवी, सरिता देवी, सकिला खातून, जमिला खातून, वहीदा खातून, उर्मिला देवी, शांति देवी, अर्जुन पंडित, विलास राय, रंजीत सिंह आदि ने बताया कि एक तरफ सरकार एपीएल एवं बीपीएल परिवारों को खुले में शौच करने से बचने हेतु शौचालय निर्माण के लिए राशि देने की घोषणा कर रही है. लेकिन विभागीय पदाधिकारियों की लापरवाही एवं स्थानीय जन प्रतिनिधियों की उदासीनता के कारण हम घर की बहू-बेटियां खुले में शौच जाने को विवश हैं. वहीं जब हमें शौच महसूस होती है, तो हमें रात होने का इंतजार करना पड़ता है.
इस संबंध में पंचायत की महिलाओं, युवाओ एवं बच्चे-बूढ़ों ने जिला पदाधिकारी वैशाली से उक्त पंचायत में अब तक सभी घरों में शौचालय नहीं होने की जांच करा कर दोषी जनप्रतिनिधियों एवं पीएचइडी के पदाधिकारियों-कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई किये जाने की गुहार लगायी है.