विद्यालय की जमीन का लोगों ने किया अतिक्रमण
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दो कमरों में चल रहा मध्य विद्यालय
विद्यालय की जमीन का लोगों ने किया अतिक्रमण जंदाहा : एक ओर सरकार प्राथमिक शिक्षा को बेहतर बनाने का हर संभव प्रयास कर रही है, तो दूसरी ओर स्थानीय प्रशासन ने उदासीन रवैया अपना रखा है. शिक्षा विभाग को तो जैसे इससे कोई मतलब ही नहीं है. विद्यालय में बुनियादी सुविधाओं से बच्चे वंचित है […]
जंदाहा : एक ओर सरकार प्राथमिक शिक्षा को बेहतर बनाने का हर संभव प्रयास कर रही है, तो दूसरी ओर स्थानीय प्रशासन ने उदासीन रवैया अपना रखा है. शिक्षा विभाग को तो जैसे इससे कोई मतलब ही नहीं है. विद्यालय में बुनियादी सुविधाओं से बच्चे वंचित है तो भवन की जर्जर स्थिति हादसों को निमंत्रण देती है. इसके विकास के लिए कोई सार्थक पहल नहीं होती है. स्थानीय स्तर पर जब कोई पहल करता भी तो उसकी आवाज दबा दी जाती है.
जर्जर स्थिति में है विद्यालय : जंदाहा थाना क्षेत्र के चकशाहवली गांव स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय की स्थिति भी ऐसी ही है. एनएच 103 के निकट का स्कूल अपनी जर्जर स्थिति पर आंसू बहाने के लिए विवश है. 1970 से पूर्व स्थापित इस विद्यालय का भवन काफी जर्जर अवस्था में है. कभी यहां बड़ा हादसा हो सकता है. विद्यालय भवन पर छत नहीं थी,
ग्रामीणों की सहायता से एस्बेस्टस चढ़ाया गया है. विद्यालय में शौचालय, पेयजल की कोई व्यवस्था नहीं है. मात्र दो कमरे में पठन-पाठन हो रहा है.
किचेन शेड का अभाव : विद्यालय में किचेन शेड नहीं है, जिससे मिड डे भोजन लेने में कठिनाई होती है. ग्रामीणों का कहना है कि जब सरकार सुविधा देती है, तो प्रशासन क्यों नहीं इसकी व्यवस्था करता है. शेड नहीं रहने से परेशानी उत्पन्न हो रही है.
विद्यालय की जमीन का कर लिया गया अतिक्रमण : स्थानीय लोगों का कहना है कि विद्यालय का जमीन राज्यपाल के नाम से पांच कट्ठा केवाला है. लेकिन आस-पास के लोगों द्वारा विद्यालय की जमीन का अतिक्रमण कर लिया गया है.
वह इसे अपना जमीन बताते हैं साथ ही अतिक्रमणकारी यहां तक धमकी देते हैं कि विद्यालय बनने नहीं देंगे. ऐसे में सरकार का मिशन कैसे पूरा होगा.
पदाधिकारियों से की गयी शिकायत : समस्या को लेकर प्रखंड पदाधिकारी से लेकर जिलाधिकारियों तक शिकायत की गयी है. आवेदन दिया गया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. जदयू जिला महासचिव संतोष कुमार सुमन ने कहा कि शिकायत के बावजूद न तो शिक्षा विभाग और न स्थानीय प्रशासन इस ओर ध्यान दे रहा है. प्राथमिक शिक्षा की स्थिति बदतर हो गयी है. रही -सही कसर स्कूल के आसपास के लोगों द्वारा किये जा रहे स्कूल की जमीन के अतिक्रमण से पूरी हो रही है.
ग्रामीणों में रोष : स्कूल की स्थिति और पठन-पाठन की व्यवस्था से ग्रामीणों और अभिभावकों में रोष है. ग्रामीण प्रमोद, विनय कुमार, ललिता देवी, रेणु देवी आदि ने कहा कि प्रशासन अगर ठोस कदम नहीं उठाता है, तो बच्चों के साथ सड़क पर आंदोलन के लिए विवश होंगे. अभिभावक विजय सिंह ने कहा कि प्राथमिक शिक्षा की स्थिति गिरती जा रही है.
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