छह माह से चल रहा था भूमि विवाद, पुलिस कर रही थी अनदेखी, बंधक बनाने की सूचना पर भी देर से पहुंची पुलिस
हाजीपुर : सदर थाना क्षेत्र के मनुआ गांव में उग्र लोगों के सामने वैशाली पुलिस बेबस दिखी. अपनी गलती का खामियाजा पुलिस को भुगतना पड़ा. ग्रामीणों की सूचना की अनदेखी करना पुलिस को महंगा पड़ा. सैकड़ों ग्रामीणों के बीच से अपनी जान बचा कर भागनेवाली पुलिस करीब दो घंटे तक घटनास्थल की ओर जानेवाला रास्ता भूल गयी थी.
बाद में एसडीपीओ ने कमान संभाली. उसके बाद धीरे-धीरे मामला शांत हुआ और रोड पर वाहनों का परिचालन शुरू हुआ. इसके बाद भी गांव में तनाव बना हुआ था. ग्रामीणों की मांग पूरी नहीं हुई, तो एक बार फिर उग्र होकर ग्रामीण सड़क पर आ सकते हैं.
क्या है पूरा मामला : मनुआ गांव के निवासी ओम प्रकाश साह और मंगल राय के बीच पिछले छह महीनों से भूमि विवाद चला आ रहा है. मंगल राय पुलिस से कई बार इस संबंध में मदद मांग चुका था. पुलिस ने एक बार भी मामले को सुलझाने का प्रयास नहीं किया. गुरुवार को ओम प्रकाश अपने सहयोगियों के साथ मंगल राय की जमीन पर कब्जा करने पहुंचा.
वहां पर मंगल राय ने विरोध किया, तो उसे और उसकी पत्नी को बांध कर एक कमरे में रखा गया. बंधक बनाने की सूचना ग्रामीणों ने सदर थानाध्यक्ष को दी, परंतु पुलिस ने अनदेखी कर दी. ग्रामीण बार-बार फोन करते रहे, लेकिन दो घंटे तक पुलिस की गाड़ी नहीं पहुंची. इसके बाद ग्रामीणों ने एक ट्रक को रोक कर रोड जाम कर दिया. रोड जाम होते ही पुलिस पहुंच गयी. पुलिस की गाड़ी देखते ही सैकड़ों लोगों का गुस्सा फूट पड़ा. बताया कि हाल में ओम प्रकाश ने साढ़े छह कट्ठा जमीन केवाला करायी है. लेकिन, वह अपने हक से ज्यादा पर कब्जा करना चाहता है. इसको लेकर पहले भी कई बार दोनों पक्षों में झड़प हो चुकी है.
24 घंटे में होगी गिरफ्तारी : पुलिस ने मंगल राय के बयान पर प्राथमिकी दर्ज कर ली है. ओम प्रकाश समेत अन्य को अभियुक्त बनाया गया है. एसडीपीओ पंकज रावत ने ग्रामीणों को भरोसा दिया है कि 24 घंटे में सभी को गिरफ्तार कर लिया जायेगा. ग्रामीणों ने इस बात की लिखित लेकर जाम समाप्त किया. अगर पुलिस इसमें सफल नहीं हुई, तो लोगों का गुस्सा फिर से भड़क जायेगा.
पांच घंटे तक जाम थी सड़क : हाजीपुर-लालगंज सड़क मार्ग को पांच घंटे तक जाम किया गया. 15 किलोमीटर तक जाम का नजारा दिखा. सैकड़ों यात्री कड़ी धूप में परेशान थे. दर्जनों लोग पैदल चल कर अपने स्थान पर गये. जाम में कई वीआइपी वाहन फंसे रहे. यातायात पूरी तरह बाधित रहा. पुलिस उग्र लोगों के सामने बेबस दिखी. जाम का प्रभाव हाजीपुर-पटना हाइवे पर भी दिखा. हाजीपुर के रामाशीष चौक एवं पासवान चौक पर जाम लग गया.
पुलिस की नहीं मिली मदद : ओम प्रकाश साह एवं उसके सहयोगियों ने मंगल राय व उसकी पत्नी को बंधक बना कर बेरहमी से पिटाई की. गरीब एवं असहाय इस दंपती को बचाने के लिए पूरा गांव एक हो गया, लेकिन पुलिस से सहयोग नही मिला. नतीजतन पुलिस को उसका खामियाजा भुगतना पड़ा. ग्रामीणों के प्रयास से दंपती की जान बच पायी. मामले को लेकर अब भी गांव में तनाव बना हुआ है.
दो किलोमीटर की दूरी थी पुलिस : मनुआ गांव में जब गाड़ी घेर कर उग्र लोग पुलिस को पीटने लगे, तो पुलिस किसी तरह अपनी जान बचा कर घटनास्थल से दो किलोमीटर दूर भाग कर छुप गयी. पुलिस के वरीय पदाधिकारी को सूचना देने के बाद डीएसपी अपने साथ पुलिसकर्मियों को लेकर घटना स्थल पर गये. ग्रामीणों द्वारा पीटे जाने से थानाध्यक्ष समेत कई पुलिस कर्मियों को गहरी चोट लगी है. हालांकि पुलिस पिटाई की बात से इनकार कर रही है.
पुलिस पर रिश्वत लेने का आरोप : मनुआ में लोगों ने बताया कि ओम प्रकाश साह दबंग है. पुलिस को वह मोटी रकम देकर मैनेज कर देता है. इसीलिए बार-बार शिकायत करने पर भी पुलिस इस मामले में मंगल राय को दबा रही है. उग्र लोगों ने कहा कि अगर इस बार पुलिस ने गड़बड़ी की, तो बरदाश्त नहीं किया जायेगा.