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गैर कानूनी कारोबार का सेफ जोन बना हाजीपुर

शराब, सोना, चांदी, हीरा व अन्य कीमती सामान की तस्कर करते हैं सप्लाइ वैशाली जिले का मुख्यालय एवं उतर बिहार का प्रवेश द्वार कहलाने वाला हाजीपुर अब पुरी तरह गैर कानूनी धंधा करने वालों के चंगुल में फंसता जा रहा है. हाजीपुर एवं आस-पास के इलाके में कई जगहों पर सुरक्षित ढंग से स्मगलर अपना […]

शराब, सोना, चांदी, हीरा व अन्य कीमती सामान की तस्कर करते हैं सप्लाइ

वैशाली जिले का मुख्यालय एवं उतर बिहार का प्रवेश द्वार कहलाने वाला हाजीपुर अब पुरी तरह गैर कानूनी धंधा करने वालों के चंगुल में फंसता जा रहा है. हाजीपुर एवं आस-पास के इलाके में कई जगहों पर सुरक्षित ढंग से स्मगलर अपना काम कर रहे हैं. अवैध धंधा करने वाले गंगा और गंडक नदी से आना-जाना करते है. बड़े पैमाने पर दिन-प्रति दिन यहां गैर कानूनी कारोबार करने वालों का पांव जमता जा रहा है. शहर में युवाओं को मोटी रकम देकर इस धंधे में लाया जाता है.

हाजीपुर : उत्तर बिहार का प्रवेश द्वार हाजीपुर शहर अवैध कारोबार के लिए सेफ जोन माना जा रहा है. इस शहर में बड़े-बड़े स्मगलर के पांव जमने की खबर फैल रही है. हाजीपुर एवं आस-पास के इलाके से होकर नदी के रास्ते गैर कानूनी धंधा किये जाने की सूचना मिल रही है.

बताया जाता है कि नेपाल से पाकिस्तान तक का तार यहां से जुड़ा हुआ है.बेखौफ कारोबारियों को इतना लंबा सफर तय कराने में बड़े-बड़े लोगों द्वारा संरक्षण दिये की चर्चा होती है. कई बार पुलिस ने बड़ी मात्र में गांजा, हेरोइन, चरस एवं अवैध हथियार के साथ कारोबारी को धर दबोचा है. मगर अधिकतर कारोबारी पुलिस को चकमा देने में सफल हो जाते हैं.

नदी का रास्ता अपनाया: सड़क का सफर छोड़ कर धंधेबाजों ने नदी का रास्ता अपनाया है. नाव पर गैर कानूनी सामान को लोड कर गंगा और गंडक नदी को पार किया जाता है. इस तरह के कारोबार करने वाले रात के वक्त ही नदी के मार्ग से आते-जाते है. कभी-कभी पटना एवं हाजीपुर के बीच में बने महात्मा गांधी सेतु से होकर भी धंधेबाज आना-जाना करते है. इस दौरान पुलिस, कस्टम, डीआरआइ एवं उत्पाद विभाग की टीम ने रंगेहाथ दर्जनों कारोबारी को दबोच चुकी है.

कहां होते हैं नाव पर सवार : कहा जाता है कि हाजीपुर से लेकर महनार तक फिर हाजीपुर से लालगंज और वैशाली तक गंगा-गंडक के किनारे से अवैध धंधे करने वाले नाव पर सवार होते हैं. नाविकों को मुंह मांगा किराया दिया जाता है. इस अवैध व गैर कानूनी धंधे से सरोकार रखने वाले अक्सर आधी रात के बाद ही नदी पार करते हैं. इसमें मोटर युक्त तेज चलने वाली नावों को इस्तेमाल किया जाता है. कई बार बालू और सब्जी लदी नावों का भी उपयोग होने की सूचना है.

क्या-क्या होता है सप्लाइ: गांजा, चरस, अफीम, हेरोइन, इलाइची, लौंग, कसैली, कपड़ा, चाइनीज इलेक्टॉनिक प्रोडक्ट, आधुनिक एवं देशी-विदेशी हथियार, शराब, सोना,चांदी,हीरा एवं अन्य कीमती सामान की सप्लाइ की जाती है.

कौन-कौन थाना क्षेत्र हैं प्रभावित:

हाजीपुर नगर, सदर, लालगंज, वैशाली, बिदुपुर, चांदपुरा, महनार, जुड़ावनपुर ,गंगाब्रिज, राघोपुर व रुस्तमपुर थाना स्थित गंगा-गंडक किनारे से नाव की सवारी शुरू होती है. यह महज तीन चार घंटे का ही खेल है. सूत्रों के अनुसार रात के 12 से सुबह के तीन बजे तक ही इस कारोबार से जुड़े लोग नाव की सवारी करते हैं.

हाजीपुर में विदेशियों का एजेंट : सूचना है कि इस गैर कानूनी धंधे में नेपाल व पाकिस्तान के कारोबारी का जाल हाजीपुर में फैला है. गोपनीय ढंग से उनके एजेंट यहां काम करते है, जिसके बदले में एजेंट को मोटी रकम दी जाती है. कई बार छापेमारी में ऐसे तस्कर गिरोह का सदस्य भी पकड़ा जा चुका है.

क्या कहते हैं पुलिस अधिकारी

इस तरह की जानकारी जब भी मिली हैं, पुलिस ने पूरी सक्रियता से कार्रवाई की है. कई बार धंधेबाजों को पकड़ा गया है. ऐसे मामले में पुलिस की विशेष टीम हमेशा निगरानी रखती है. इसके लिए वैशाली, मुजफ्फरपुर एवं पटना पुलिस को आवश्यक निर्देश दिया गया है.

अजय कुमार मिश्र, डीआइजी

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