वीरपुर : सीमावर्ती इलाके का आतंक 50 हजार रुपये का इनामी अपराधी संतोष मेहता की गिरफ्तारी के बाद सुपौल पुलिस ने भी जिले के थानाें में दर्ज उससे जुड़े मामले को खंगालने का काम शुरू कर दिया है. ज्ञात हो कि कुछ दिनों पूर्व अररिया जिले के सिमराहा थाना पुलिस क्षेत्र में पुलिस ने जाल बिछाकर संतोष मेहता को गिरफ्तार किया था.
50 हजार का इनामी संतोष मेहता एक शातिर अपराधी है, जिसके ऊपर सुपौल, सहरसा एवं मधेपुरा जिलों में तीन दर्जन से अधिक मामले भिन्न-भिन्न थानों में दर्ज हैं. वीरपुर थाना कांड संख्या 288/13, राघोपुर थाना कांड संख्या 152/12, करजाइन थाना कांड संख्या 73/12 व 74 /12, राघोपुर थाना कांड संख्या 203/14 व 210/14, राघोपुर संख्या 02/ 15 एवं 16/15, राघोपुर कांड संख्या 25/15, रतनपुर कांड संख्या 36 /16, राघोपुर कांड संख्या 174/16 संचार 206 राघोपुर कांड संख्या 168/16,वीरपुर कांड संख्या 241/16 के अलावा सहरसा, मधेपुरा जिलों में भी दर्जनों मामले दर्ज हैं.
संतोष सीमावर्ती इलाके का अपराधी धीरेन्द्र यादव गुट का सक्रिय सदस्य रह चुका है. लूटपाट, हत्या, डकैती के साथ-साथ फोन पर धमकी देकर रंगदारी वसूलने में इस इस शातिर अपराधी की कोई सानी नहीं है. जिला पुलिस प्रशासन ने संकेत दिया कि बहुत जल्द अररिया पुलिस प्रशासन से आग्रह कर इस संतोष मेहता को रिमांड पर सुपौल लाया जायेगा. दो दर्जन से अधिक मामलों में इसे न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया जायेगा. सुपौल जिले के पुलिस अधीक्षक डॉक्टर कुमार ऐकले ने बताया कि जिलों के अलग-अलग थानों में दर्ज आपराधिक मामले में पुलिस इस अपराधी पर न्यायालय के समक्ष अपना पक्ष रख कर उसे कड़ी से कड़ी सजा दिलवाने के लिए प्रतिबद्ध है.