सुपौल : तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के शासन काल में दो भागों में विभक्त मिथिलांचल को एकीकरण किये जाने का कार्य किया गया. भाजपा प्रदेश कार्य समिति के सदस्य सुरेंद्र नारायण पाठक ने कहा कि केंद्र में कई बार कांग्रेस सहित अन्य दलों के प्रधानमंत्री बने, लेकिन किसी ने भी मिथिलांचल के एकीकरण पर ध्यान केंद्रित नहीं किया. उन्होंने कहा कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव भी रेलमंत्री के पद काबिज हुए लेकिन उन्होंने भी सहरसा-फारबिसगंज व सरायगढ़-निर्मली रेल परियोजना को पूर्ण कराने के लिए कोष की व्यवस्था नहीं किये.
जिस कारण रेल मार्ग के कार्य पर प्रतिकूल असर बना रहा. श्री पाठक ने कहा कि कोसीवासियों को रेल सुविधा उपलब्ध हो इसे लेकर नरेंद्र मोदी की सरकार द्वारा पर्याप्त राशि दी गयी है. सहरसा से बरूआरी तक बड़ी रेल लाइन का परिचालन मार्च 2017 तक पूर्ण करा लिया जायेगा. साथ ही मार्च 2018 तक सहरसा-फारबिसगंज व सरायगढ़-निर्मली रेल खंड पर ट्रेन के परिचालन का समय निर्धारित किया गया है.
श्री पाठक ने कहा कि जदयू के तथाकथित नेताओं ने जनता को दिगभ्रमित करने तथा आगामी लोक सभा चुनाव के लिए वोट बैंक पर सेंधमारी करने के लिए प्रयास किया जा रहा है, जो आम जनता के साथ धोखाधड़ी है.